Chhattisgarh

मानव विज्ञान संग्रहालय में दिखती है आदिवासियों की सुंदर संस्कृति : राज्यपाल
रायपुर. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को जगदलपुर स्थित मानव विज्ञान संग्रहालय का अवलोकन किया और संग्रहालय में आदिवासी संस्कृति के प्रदर्शन व चित्रण को प्रशंसनीय बताया। बस्तर प्रवास पर पहुंची राज्यपाल श्रीमती पटेल जगदलपुर के धरमपुरा स्थित क्षेत्रीय मानव विज्ञान संग्रहालय पहुंचीं और यहां बस्तर की विभिन्न जनजातियों की सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी वस्तुओं का अवलोकन किया। उन्होंने यहां धुरवा, मुरिया, दण्डामी माड़िया, भतरा, हल्बा, गदबा, अबुझमाड़िया, दोरला संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी वस्तुओं का अवलोकन किया और बस्तर की समृद्ध जनजातीय संस्कृति और सभ्यता को अनुपम बताते हुए इसकी प्रशंसा की। उन्होंने जनजातीय लोगों की आर्थिक गतिविधियां जैसे शिकार, मछली पकड़ना, कृषि आदि गतिविधियों से जुड़ी सामग्री, उनके आवास, रोजाना की जिंदगी से जुड़ी सामग्री, जनजातीयों की कला और शिल्प से जुड़ी सामग्री जैसे टेराकोटा, बेलमेटल, लौह शिल्प, मृदा शिल्प, काष्ठ शिल्प आदि वस्तुओं का अवलोकन किया। उन्हें इस दौरान जनजातियों के धर्म और विश्वास से जुड़े आंगा देव, देव पालकी, देव डोली आदि के विषय में विस्तार से बताया गया। कलेक्टर डॉ. अय्याज तम्बोली ने बस्तर में 75 दिनों तक मनाए जाने वाले विश्व के सबसे लम्बे पर्व की विशेषताओं के साथ ही इस पर्व में विभिन्न समुदायों की भागीदारी और भूमिका के संबंध में जानकारी दी। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने यहां की शिल्प से जुड़ी जीवंत प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और बेलमेटल, कौड़ी शिल्प, लौह शिल्प, पाषाण शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, जूट शिल्प, केन आर्ट आदि के कलाकारों से मुलाकात की।