Chhattisgarh
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 जून को छत्तीसगढ़ के प्रवास पर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के शीर्ष नेताओं ने सक्रियता बढ़ा दी है। जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 जून को छत्तीसगढ़ प्रवास पर आएंगे। अमित शाह दुर्ग में आयोजित भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि शाह पिछले छह-आठ महीने से छत्तीसगढ़ में लगातार आ रहे हैं। पहले कोरबा, रायपुर और बस्तर आ चुके हैं। बस्तर में तो वह सीआरपीएफ का राष्ट्रीय कार्यक्रम कर चुके हैं। वहीं आठ और नौ जून को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और सिरसा लोकसभा की सांसद सुनीता दुग्गल का बस्तर और कोरबा प्रवास कार्यक्रम निर्धारित है।
जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, रायगढ़ और सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और छत्तीसगढ़ भाजपा के सह प्रभारी नितिन नबीन का दौरा रहेगा। रायपुर, महासमुंद, दुर्ग, राजनांदगांव और कांकेर लोकसभा क्षेत्र में प्रदेश भाजपा के प्रभारी ओम माथुर और भाजपा नेता समीर मोहंती दौरा करेंगे।
आईआईटी भिलाई के नए भवन का लोकार्पण करेंगे मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भिलाई दौरा एक बार फिर चर्चा में है। पहले जून फिर जुलाई और अब अगस्त के पहले सप्ताह में उनके दौरे को अब अंतिम माना जा रहा है। बताया जाता है कि आइआइटी भिलाई का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त के पहले सप्ताह में भिलाई आ सकते हैं। साथ ही भिलाई के दो बड़े फ्लाई ओवर का भी लोकार्पण पीएम मोदी के हाथों होना है। वहीं चरोदा में तैयार हो चुके सोलर प्लांट का भी उद्घाटन किया जाएगा।
राजा वही जो गरीब से इंसाफ करे, शबरी के बेर खाकर जमाने को मोड़ दे : कुमार विश्वास
रायपुर। रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के समापन पर सुप्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास ने ‘अपने-अपने राम’ की थीम पर मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि राजा वही जो गरीब से इंसाफ करे, शबरी के बेर खाकर जमाने को मोड़ दे। छत्तीसगढ़वासी भाग्यशाली है जो उन्हें यहां कौशल्य जैसी मां मिली है। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि अभिज्ञान शकुंतलम का दुष्यंत हिरण के पीछे भाग रहा है, उसे ऋषि कुमार रोक देते है, यह भारत का लोकतंत्र है। उन्होंने प्रदेश में केलो नदी के संरक्षण और संवर्धन के लिए सरकार द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा की। कार्यक्रम की प्रस्तुति आरंभ करने से पहले उन्होंने ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी।
कवि डॉ. विश्वास ने कहा कि मैं यहां पिछले 30 वर्षों से आ रहा हूं लेकिन मुझे नहीं पता था कि मेरे राम का यहां इतना गहरा प्रभाव है। लोग कहते है कि आपके प्रदेश में क्या मिलेगा, तो अब मैं पूरे विश्व को बताऊंगा कि यहां शबरी और कौशल्या के राम मिलेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि उन्हें भगवान श्रीराम के लिए इतना सुंदर कार्य करने का अवसर मिला है, यह सौभाग्य की बात है।
कवि डॉ. विश्वास ने कहा कि मेघदूतम में भी लिखा गया है कि यहां के लोग सौभाग्यशाली है। महात्मा गांधी, भगवान श्रीराम से प्रभावित नहीं होते तो वे अंग्रेजों से इतनी बड़ी लड़ाई नहीं लड़ पाते।
गोस्वामी तुलसीदास जी ने कहा कि शंकर जी पार्वती मैया को कहते हैं कि रामकथा संशय नष्ट करती है। मैं राम पर इसलिए कह रहा हूं कि ये कथा सबसे पहले वाल्मीकि ने सुनाई, फिर तुलसीदास जी ने, तमिल रामायण के रचियता कम्बन ने भी सुनाई। ये हमारी परंपरा है और मैं इसका निर्वाह कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि एक सांसद शम्सी मीनाई लोहिया के शिष्य थे। उनकी कविता कुमार विश्वास ने सुनाई- मैं राम पर लिखूं मेरी हिम्मत नहीं है कुछ। तुलसी और वाल्मीकि ने छोड़ा नहीं है कुछ। लेकिन वतन की खाक से बाहर नहीं हूं मैं। वो राम जिसका नाम है जादू लिये हुए। और इस प्रकार राम का चरित्र है।
राम और भरत का कोमल प्रसंग सुनकर आम जनता के साथ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी भावुक हो गए।
मुख्यमंत्री बघेल केलो महाआरती में हुए शामिल
रायपुर। केलो मईय्या की आरती कर प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली की कामना की केलो उद्धार समिति तथा सर्व समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का किया। स्वागत मुख्यमंत्री ने गौ माता को चारा खिलाया और गोधन के समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गोबर के बने दीयों से किया, दीपदान केलो मईय्या के जयकारे के साथ गूँजा पूरा घाट, भक्ति रस में सराबोर हुए श्रद्धालु जगमग दीपों के साथ महाआरती में दिखी। केलो मईय्या की भव्यता संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत तथा स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास, विधायक श्री चक्रधर सिंह भी महाआरती में रहे उपस्थित।
छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
रायपुर। छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड राष्ट्रीय रामायण महोत्सव पर अरण्य कांड पर सबसे ज्यादा देर तक चला कार्यक्रम पुरस्कार राज्य की संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित लगातार 765 मिनट तक अरण्य कांड पर प्रस्तुति के लिए दिया गया गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड।
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड।
मोस्ट स्टेज आर्टिस्ट परफार्मिंग ऑन अरण्य कांड का रिकॉर्ड।
सबसे ज्यादा कलाकार और सबसे देर तक चलने वाले अरण्य कांड पर कार्यक्रम के लिए मिला पुरुस्कार।
रायगढ़ जिला प्रशासन का भी रिकॉर्ड, यहां 10 हजार से अधिक लोगों ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का किया पाठ।
375 कलाकर, 17 दल, 13 राज्य और 2 अंतर्राष्ट्रीय देश की अरण्य कांड पर 765 मिनट की प्रस्तुति ने बनाया यह विश्व रिकॉर्ड।
पहली बार किसी सरकार द्वारा ऐसा आयोजन हुआ, इसमें कंबोडिया और इंडोनेशिया जैसे देशों ने हिस्सा लिया : मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि पहली बार किसी सरकार द्वारा ऐसा आयोजन हुआ। इसमें कंबोडिया और इंडोनेशिया जैसे देशों ने हिस्सा लिया।
हम सब सुंदर कांड सुनते हैं। बाल कांड सुनते हैं।अरण्य कांड प्रकृति को लेकर है। जूरी के सदस्यों ने इस सोच की प्रशंसा की।
हम नदियों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। आज केलो में आरती कार्यक्रम हुआ। हम नरवा कार्यक्रम चला रहे हैं।
अब नदियों को लेकर यह कार्य करेंगे ताकि यह बारहमासी हों। भगवान राम ने हमें सिखाया है कि कोई कार्य कठिन नहीं है। हम प्रकृति के संरक्षण के लिए कार्य करते रहेंगे।
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के तीसरे दिन केरल से आए कलाकार दल ने पारंपरिक लोक वेशभूषा में दी प्रस्तुति
रायपुर। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के तीसरे दिन आज केरल से आए कलाकार दल ने पारंपरिक लोक वेशभूषा में प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उन्होंने रामकथा से जुड़े प्रसंगों की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
केरल की रामायण मंडली ने संगीतमय प्रस्तुति देते हुए सूर्पणखा प्रसंग से लेकर रावण वध तक के प्रसंग की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। पारंपरिक वेशभूषा के साथ इस प्रस्तुति में केरल में भगवान राम की महिमा की सुंदर अभिव्यक्ति दी गई, कलाकारों ने भक्ति और भाव के मिश्रण का जीवंत प्रदर्शन किया।
प्रभु श्रीराम हमारे दिलों में बसे हैं : मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायगढ़ के रामलीला मैदान में तीन दिवसीय ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम हमारे दिलों में हैं, हमारे जीवन में हैं। राम नाम का रस ही ऐसा है, जितना सुनिएगा, जितना मनन करिएगा, राम रस की प्यास उतनी बढ़ती जाती है। हमारे राम कौशल्या के राम, वनवासी राम, शबरी के राम, हमारे भांचा राम और हम सबके राम हैं। तीन दिनों तक चले इस महोत्सव में रायगढ़ राममयगढ़ हो गया। इस महोत्सव में नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। तीन दिनों तक पंडाल खचाखच भरा रहा। बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्यों से भी इस महोत्सव में शामिल होने के लिए मेहमान आए। उन्होंने कहा कि इस दौरान जिससे भी मिले सभी दोहे और चौपाई गुनगुनाते मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के रूप में किया गया था, लेकिन कंबोडिया, इंडोनेशिया के रामायण दलों के आने से इसका स्वरूप अंतर्राष्ट्रीय हो गया। उन्होंने जूरी मेम्बरों के विचारों को साझा करते हुए कहा कि उन्होंने कहा-हमने देश के विभिन्न हिस्सों में केवल भगवान श्रीराम के बाल्य-काल, रामलीला जैसे अध्यायों का मंचन देखा है। यह पहली बार है कि भगवान राम के अरण्यकाण्ड का मंचन देखने को मिल रहा है। श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पहली बार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया, जो सफल रहा। इस आयोजन में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी लोगों को बधाई।
प्रदेश की सभी नदियों के संरक्षण के लिए अलग से बनेगा प्राधिकरण
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल समापन समारोह में कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ वनों से अच्छादित है। भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के दौरान इन्हीं जंगलों, नदियों और पहाड़ों के बीच से वन गमन किया। भगवान राम छत्तीसगढ़ के वनों, नदियों, पर्वतों को पार करते हुए आगे बढ़े। छत्तीसगढ़ वनाच्छादित प्रदेश है, जहां कल-कल बहती नदियां हैं, जिनके किनारे हमारी संस्कृति बसती है। हमने अपनी नदियों और प्रकृति को बचाने का संकल्प लिया है। इन्द्रावती और अरपा नदी के संरक्षण के लिए प्राधिकरण गठित किए गए हैं। महानदी, शिवनाथ नदियों के साथ आज केलो की महाआरती की गई। उन्होंने कहा कि प्रकृति हमें सब कुछ देती है, इसको बचाएं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश की सभी नदियों के संरक्षण के लिए अलग से प्राधिकरण गठित किया जाएगा।
ओड़िशा के रेल हादसे में जान गवाने वालों को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के समापन समारोह में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि लाभ-हानि, जीवन-मरण, यश-अपयश भगवान के हाथ में होता है, मनुष्य के नहीं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपने परिवार को खोया है, भगवान उन्हें यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें, उन्हें अपने चरणों में श्री स्थान दें।
संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रायगढ़ इस दौरान राममय रहा, ऐसा लगा हम अयोध्या में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और भगवान राम का ननिहाल है। उन्होंने वनवास का सबसे लम्बा समय छत्तीसगढ़ में गुजारा, भगवान राम का हमारा युगों-युगों से संबंध है।
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के आयोजन को लेकर दो वर्ल्ड रिकार्ड बने
राज्य के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में पहला वर्ल्ड रिकार्ड अरण्य कांड पर सबसे ज्यादा समय तक, तीन दिनों तक लगातार 765 मिनट तक अरण्य कांड का मंचन करने पर बना। छत्तीसगढ़ सहित 13 राज्यों और दो विदेशी दलों के 17 दलों के 375 कलाकरों ने इसमें हिस्सा लिया। राज्य के संस्कृति विभाग को ‘मोस्ट स्टेज आर्टिस्ट परफार्मिंग ऑन अरण्यकाण्ड’ का रिकॉर्ड प्रदान किया गया। सबसे ज्यादा कलाकार और सबसे देर तक चलने वाले अरण्य कांड पर कार्यक्रम के लिए यह रिकार्ड बना। रायगढ़ जिला प्रशासन को भी 10 हजार से अधिक लोगों द्वारा सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए वर्ल्ड रिकार्ड प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन रायगढ़ को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
अरण्यकाण्ड प्रतियोगिता के विजेता दलों को पुरस्कृत किया गया
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के दौरान अरण्यकाण्ड पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कर्नाटक के दल को प्राप्त हुआ। दल प्रमुख को स्मृति चिन्ह, राजकीय गमछा, रामचरित मानस की प्रति और 5 लाख रूपए की राशि का चेक प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार असम के दल को मिला उन्हें तीन लाख रूपए की पुरस्कार राशि का चेक तथा स्मृति चिन्ह, राजकीय गमछा, रामचरित मानस की प्रति और तृतीय पुरस्कार झारखंड के दल को प्रदान किया गया, उन्हें दो लाख रूपए की राशि के चेक के साथ स्मृति चिन्ह, राजकीय गमछा, रामचरित मानस की प्रति प्रदान किया गया। रायगढ़ नगर निगम महापौर श्रीमती जानकी काटजू ने मुख्यमंत्री को गदा भेंट किया।
समापन समारोह में कंबोडिया, इंडोनेशिया सहित सभी राज्यों तथा जूरी मेम्बरों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव राय, विधायक श्री प्रकाश नायक, विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया, विधायक श्री राम कुमार यादव, विधायक चक्रधर सिंह, विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया सहित अनेक विधायक, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास, पूर्व सांसद श्री नंदकुमार साय, पूर्व विधायक श्री बोधराम कंवर, रायगढ़ नगर निगम महापौर श्रीमती जानकी काटजू तथा जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य, कलेक्टर रायगढ़ श्री तारन प्रकाश सिन्हा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
जो श्रीराम पूरे विश्व को मार्ग दिखाते हैं उन्हें छत्तीसगढ़ की एक वनवासी माता शबरी ने मार्ग दिखाया : कुमार विश्वास
रायपुर। जो श्रीराम पूरे विश्व को ज्ञान का मार्ग बताते हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ में रहने वाली वनवासी माता शबरी ने ज्ञान का मार्ग दिखाया। शबरी ने ही उन्हें कहा कि पंपा सरोवर जाएं और सुग्रीव से मिलें। रामकथा के प्रस्तोता तथा प्रख्यात कवि श्री कुमार विश्वास ने यह बात कही। श्री विश्वास राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में अपनी प्रस्तुति देने रायगढ़ पहुंचे हुए हैं।
श्री विश्वास ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य है कि यहां श्रीराम के चरणों की धूलि पड़ी। श्री विश्वास ने कहा कि भगवान श्री राम विश्व मंगल, लोक मंगल और समरस शासन की सबसे बड़ी अवधारणा हैं। 1932 में महात्मा गांधी ने नव जीवन अखबार में रामराज्य और भारत पर अपने विचार लिखे थे। मैं बरसों से छत्तीसगढ़ आ रहा हूं। छत्तीसगढ़ में श्री राम के वनगमनपथ के विकास के संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर बात हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल तथा संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत से इस संबंध में चर्चा होती है। मुख्यमंत्री जी को रामवनपथगमन के विकास और राष्ट्रीय स्तर पर इस सुंदर आयोजन के लिए मैं धन्यवाद देता हूँ। रामकथा को लेकर, उनके पुण्यस्थलों को सहेजने को लेकर बहुत अच्छा काम हो रहा है। श्री विश्वास ने कहा कि वह उन सभी जगहों पर जाना चाहेंगे, जहां से श्रीराम के चरण पड़े। मैं उस मार्ग का विचरण करना चाहता हूं जहां से राघवेंद्र सरकार गुजरे तथा उनकी चरण धूलि लेना चाहता हूं।
श्री विश्वास ने कहा कि आज अरण्यकांड पर मेरी प्रस्तुति होगी, जब श्री राम छत्तीसगढ़ में वनवास में आए होंगे। उस समय यहां सघन वन रहा होगा। उस समय जनजातियों से उनके आत्मीय संवाद हुए। श्रीराम ने हमें बताया कि यहां के वनवासी कितने सरल हैं। कितने आत्मीय हैं और हमेशा सत्य के साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी विशेष इच्छा माता कौशल्या एवं माता शबरी पर केंद्रित व्याख्यान करने की है। माता कौशल्या जिन्होंने अपने पुत्र को लोक कल्याण के लिए वन भेज दिया। इसके लिए बहुत बड़ा दिल चाहिए। इन सब की कथा कहना चाहता हूं। रायगढ़ संस्कारधानी में सुंदर आयोजन हो रहा है। बहुत सुंदर कार्य राम कथा को लेकर भी हुआ है।
ओड़िशा के मुख्यमंत्री पटनायक से सीएम भूपेश ने की बात, ट्रेन हादसे पर जताया दुख
रायपुर। ओड़िशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे से पूरा देश सहम उठा है। हादसे ने मौत का आंकड़ा 280 पहुंच गया है, जबकि घायलों की संख्या 900 के करीब है। सभी घायलों का इलाज चल रहा है। इधर घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर आज सवेरे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से दूरभाष पर चर्चा की।
उन्होंने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रेन हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए, अपनी संवेदना प्रकट की। भूपेश बघेल ने नवीन पटनायक से कहा कि छत्तीसगढ़ की ओर से ओडिशा को हर संभव मदद की जायेगी। CM बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग हताहतों के परिजनों के दुख में साथ खड़े हैं, घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।
दरअसल कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसके बाद यह दूसरी लाइन पर सामने से आ रही एक अन्य ट्रेन से टकरा गई. जिस वजह से ये दर्दनाक हादसा हुआ। ओड़िशा रेल हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. साउथ ईस्टर्न जोन के कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ( CRS) ए एम चौधरी इस बड़ी ट्रेन दुर्घटना की जांच करेंगे. पीएम मोदी आज ओडिशा जाएंगे. पीएम मोदी पहले बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे और फिर कटक के अस्पताल का दौरा करेंगे. जहां वो घायलों से मिलकर उनका हाल-चाल जानेंगें.
रेल हादसे में घायलों को इलाज के लिए गोपालपुर, कांतापाडा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक अभी भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है. पटरी से उतरे डिब्बों में कई लोग फंस गए और स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान में दिक्कतें आईं. मुख्य सचिव प्रदीप जेना के मुताबिक 7 NDRF, 5 ODRAF और 24 फायर सर्विस यूनिट, स्थानीय पुलिस, वालिंटियर खोज और बचाव में खूब मशक्कत कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कुम्हारीवासियों को 174.45 करोड़ रूपए के विकास कार्याे की दी सौगात
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के कुम्हारी में 174 करोड़ 45 लाख रूपए से ज्यादा की लागत के 19 कार्याे का लोकार्पण-भूमिपूजन किया। इनमें 45 करोड़ 44 लाख 66 हजार रूपए के 10 विकास कार्याे का लोकार्पण व 129 करोड़ रूपए से अधिक के 9 विकास कार्याे का भूमिपूजन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जिन नये कार्याे का लोकार्पण किया, उनमें मुख्य रूप से 26 करोड़ 70 लाख रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 01 अंतर्गत बड़ा तालाब कुम्हारी का सौंदर्यीकरण एवं अन्य विकास कार्य, 1 करोड़ 8 लाख 91 हजार रूपए की लागत से जंजगिरी चौक से टोल प्लाजा तक म्यूरल आर्ट, लेेंड स्केपिंग एवं अन्य सौंदर्यीकरण कार्य, 35 लाख 47 हजार रूपए की लागत से डॉ. बी आर अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन में बाउंड्रीवॉल निर्माण कार्य, 50-50 लाख रूपए की लागत से महामाया उद्यान में अतिरिक्त विकास कार्य एवं मंदिर परिसर में डोम निर्माण कार्य, 31 लाख 9 हजार रूपए की लागत से कुगदा में उद्यान निर्माण कार्य, 19 लाख 50 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रमांक 14 में प्रेस क्लब के पास सामुदायिक भवन निर्माण कार्य, 88 लाख 52 हजार रूपए की लागत से वार्ड क्रं. 12 व 16 में विभिन्न विकास कार्य एवं 14 करोड़ 10 लाख 55 हजार रूपए की लागत से नगर पालिका परिषद् कुम्हारी क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न विकास कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा 9 कार्याे का भूमिपूजन किया गया, जिसमें अमृत मिशन 2.0 के अंतर्गत जल प्रदाय योजना हेतु 124 करोड़ 4 लाख, बी.टी. रोड वाईंडिनिंग कार्य हेतु 3 करोड़ 31 लाख 52 हजार, वार्ड क्र. 17, 19, 23 एवं 24 में पाईप लाईन विस्तारीकरण कार्य हेतु 49 लाख 31 हजार, परसदा, कुगदा एवं जंजगिरी गौठान में कंपोस्टिंग शेड निर्माण हेतु प्रत्येक गौठान के लिए 12 लाख 38 हजार, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कुम्हारी में 05 अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य हेतु 43 लाख 81 हजार, बीटी रोड वाईंडिनिंग कार्य हेतु 11 लाख 14 हजार एवं वार्ड क्र. 16 परसदा में बीटी रोड रेनोवेशन कार्य हेतु 24 लाख 83 हजार रूपए के कार्य शामिल हैं।