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अमेरिका का बयान कहा, भारत में लोकतंत्र जिन्दा जाओ देख लो
नई दिल्ली (एजेंसी)। व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और जो कोई भी नई दिल्ली जाता है, वह खुद इसे देख सकता है, क्योंकि ऐसा लगता है कि भारत में लोकतंत्र के स्वास्थ्य के बारे में चिंताओं को खारिज कर दिया गया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में अमेरिका की राजकीय यात्रा पर होंगे। जॉन किर्बी, समन्वयक, भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। कोई भी, जिसे आप जानते हैं, जो नई दिल्ली जाता है, वह देख सकता है। और निश्चित रूप से, मैं उम्मीद करता हूं कि लोकतांत्रिक संस्थानों की ताकत और स्वास्थ्य चर्चा का हिस्सा होगा।” व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार के लिए, यहां एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा। देखो, हम कभी नहीं शर्माते। और आप दोस्तों के साथ ऐसा कर सकते हैं। आपको दोस्तों के साथ ऐसा करना चाहिए। आप कभी भी उन चिंताओं को व्यक्त करने से नहीं कतराते हैं जो हम दुनिया भर में किसी के साथ हो सकते हैं। लेकिन यह (राज्य) यात्रा है किर्बी ने एक सवाल के जवाब में कहा, वास्तव में अब जो है उसे आगे बढ़ाने के बारे में और हम उम्मीद करते हैं कि यह एक गहरी, मजबूत साझेदारी और आगे बढ़ने वाली दोस्ती होगी।
जॉन किर्बी ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ कई स्तरों पर एक मजबूत भागीदार है।उन्होंने कहा आपने देखा कि शांगरी-ला सचिव (रक्षा, लॉयड) ऑस्टिन ने अब कुछ अतिरिक्त रक्षा सहयोग की घोषणा की है जिसे हम भारत के साथ आगे बढ़ाने जा रहे हैं। बेशक, हमारे दोनों देशों के बीच बहुत अधिक आर्थिक व्यापार है। भारत एक पैसिफिक क्वाड के सदस्य और इंडो-पैसिफिक सुरक्षा के संबंध में एक प्रमुख मित्र और भागीदार हैं। मैं आगे और आगे जा सकता था। ऐसे असंख्य कारण हैं कि भारत निश्चित रूप से हमारे दोनों देशों के बीच न केवल द्विपक्षीय रूप से, बल्कि बहुपक्षीय रूप से कई स्तरों पर मायने रखता है। और राष्ट्रपति यहां प्रधानमंत्री मोदी के आने की बहुत उम्मीद कर रहे हैं। उन सभी मुद्दों पर बात करने के लिए और उस साझेदारी और उस दोस्ती को आगे बढ़ाने और गहरा करने के लिए।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों की मुलाकात जारी, बृजभूषण की गिरफ्तारी पर जोर
नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्र सरकार की ओर से प्रदर्शनकारी पहलवानों को बातचीत का न्योता भेजे जाने के बाद अब बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर पहुंचे हैं. जहां पहलवानों और ठाकुर के बीच बैठक चल रही है. खेल मंत्री ने मंगलवार देर रात ट्वीट कर पहलवानों को एक बार फिर से बातचीत के लिए आमंत्रित किया था. दो दिन पहले ही पहलवानों का गुट केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिला था.
प्रदर्शनकारी पहलवान कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं. उनका कहना है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक वो अपना आंदोलन खत्म नहीं करने वाले हैं. पहलवानों के सपोर्ट में आज फोगाट बहनों के गांव में खाप पंचायत बुलाई गई है.
खेल मंत्री के साथ इन तीन मांगों पर हो सकती है चर्चा:-
पहलवानों की सबसे बड़ी मांग बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की है.
रेसलिंग फेडरेशन के चीफ के चुनाव की मांग भी पहलवान रख सकते हैं.
पहलवानों के तीसरी मांग रेसलिंग में बकौल पहलवान माहौल बेहतर बनाने की मांग होगी.
भारत के युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार देर रात ट्वीट करते हुए कहा, सरकार पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. मैंने पहलवानों को एक बार फिर से बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. बता दें कि शाह से मुलाकात से पहले प्रदर्शनकारी पहलवान ठाकुर से भी मिले थे और करीब दो घंटे तक बातचीत भी हुई थी.
खेल मंत्री की ओर से बातचीत के निमंत्रण के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. मलिक एएनआई से बातचीत में कहा कि हम सरकार के प्रस्ताव पर अपने सीनियरों और समर्थकों से चर्चा करेंगे. प्रस्ताव पर सबकी सहमति होगी तभी हम सहमत होंगे. ऐसा नहीं है कि हम सरकार के किसी भी बात को मान लें और अपना विरोध खत्म कर दें. हालांकि, मीटिंग के लिए अभी तक कोई समय तय नहीं किया गया है.
बृजभूषण के समर्थन में उतरा राजपूत समुदाय, खापों पर साधा निशाना
बागपत (एजेंसी)। पहलवानों बनाम बृजभूषण सिंह की लड़ाई में अब राजपूत समुदाय भी कूद पड़ा है। राजपूत विकास समिति ने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को अपना समर्थन दिया है।
राजपूत समिति ने पहलवानों के विरोध में खापों के हस्तक्षेप का विरोध करते हुए कहा, देश संविधान और कानून से चलता है, पंचायतों से नहीं। 70-80 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को बागपत के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह से मुलाकात की और बृजभूषण शरण सिंह को अपना समर्थन व्यक्त करते हुए भारत के राष्ट्रपति को भेजे जाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा।
राजपूतों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राजपूत विकास समिति (आरवीएस) के अध्यक्ष राजेश चौहान कर रहे थे। चौहान ने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से पहले उन पर लगे आरोपों की ठीक से जांच की जानी चाहिए। राजेश चौहान ने कहा, हम पहलवानों के समर्थन में खड़े हैं, लेकिन खाप इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही हैं और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
आरवीएस के उपाध्यक्ष अशोक चौहान ने कहा कि इन खाप पंचायतों में लिए गए निर्णय अवैध और अनैतिक हैं। कई मौकों पर यह देखा गया है कि खाप प्रतिनिधि केवल राजनीतिक लाभ के लिए अपने मंच का दुरुपयोग करने की कोशिश करते हैं।
अशोक चौहान ने कहा, केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान भी खापों ने किसानों के मामलों में दखल दिया और यही कारण है कि आंदोलनकारियों और सरकार को समझौते पर पहुंचने में देर हो गई और विरोध लंबे समय तक खिंच गया। राजपूत विकास समिति का गठन दो दशक पहले हुआ था।
राष्ट्रपति मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चैन ऑफ येलो स्टार से किया गया सम्मानित
नई दिल्ली (एजेंसी)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान- द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चैन ऑफ येलो स्टार से सम्मानित किया गया है। पारामारिबो में सूरीनाम गणतंत्र के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। राष्ट्रपति मुर्मू यह सम्मान प्राप्त करने वाली पहली भारतीय हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि यह सम्मान न केवल उनके लिए बल्कि उन 140 करोड़ से अधिक भारतीयों के लिए भी अत्यन्त महत्वपूर्ण है जिनका वे प्रतिनिधित्व कर रही हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने इस सम्मान के लिए सूरीनाम सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहा कि यह दोनों देशों के बीच सतत सहयोग संबंध का प्रतीक है।
राष्ट्रपति मुर्मू सूरीनाम के तीन दिन की राजकीय यात्रा पर हैं। उन्होंने सूरीनाम के राष्ट्रपति के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के ही समान सूरीनाम भी विविधता वाला देश है जहां विभिन्न जातियों, भाषाओं और धर्मों के लोग शांति और सद्भाव के साथ रहते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और सूरीनाम के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों ने दोनों देशों के बीच आधुनिक बहुमुखी साझेदारी की नींव रखी है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि सूरीनाम में हिंदी व्यापक रूप से बोली जाती है जो उन्हें मातृभूमि की याद दिला रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच क्षमता से कम व्यापार हो रहा है। आपसी लाभ के लिए द्विपक्षीय व्यापार बढाने की दिशा में मिलकर काम करने की आवश्यकता है। इस सिलसिले में दोनों देशों के बीच तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए जिनमें से दो स्वास्थ्य और एक कृषि के क्षेत्र में है।
भारत सरकार ने सूरीनाम को बाढ़ राहत प्रयासों के अंतर्गत पांच करोड़ रुपये से अधिक की आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की भी घोषणा की है। राष्ट्रपति मुर्मू ने इस सिलसिले में राष्ट्रपति संतोखी को प्रतीकात्मक रूप से दवाओं की एक खेप राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में प्रदान किया।
पारामारिबो में विशेष संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के पूर्वी मामलों के सचिव सौरभ कुमार ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए उठाये गए कदमों के अंतर्गत भारत सरकार ने सूरीनाम में भारतीय मूल के लोगों की पांचवीं और छठी पीढ़ी को विदेशी भारतीय नागरिकता की सुविधा प्रदान की है।
वहां प्रवासी भारतीयों की ओर से लंबे समय से यह मांग हो रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए समझौते से भारतीय दवा उद्योग को सूरीनाम के बाजार का लाभ मिलेगा। राष्ट्रपति मुर्मू को सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस दौरान राष्ट्रपति सूरीनाम में प्रवासी भारतीयों की ओर से किए गए कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल हुई।
विमान कंपनियों को हवाई किराए में वृद्धि पर अंकुश लगाने की नागरिक उड्डयन मंत्री ने दी सलाह
नई दिल्ली (एजेंसी)। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ हवाई मार्गों पर किराए में असामान्य वृद्धि की खबरों पर चिंता व्यक्त की है। नई दिल्ली में एयरलाइन्स परामर्शदाता समूह की एक घंटे चली बैठक में श्री सिंधिया ने हवाई किराए के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एयलाइंस को स्वयं उन चुने हुए मार्गों पर हवाई किराए की निगरानी करनी चाहिए जहां इनमें वृद्धि हुई है।
विशेष रूप से उन मार्गों पर किराए पर ध्यान देने की आवश्यकता है जिन पर गो फर्स्ट एयरलाइन्स अपनी सेवाएं दे रही थी। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान मानवता के हित में एयरलाइंस को हवाई टिकटों की कीमत पर विशेष रूप से कडी निगरानी और नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। उन्होंने एयरलाइन्स को ओडिशा में रेल हादसे में मृत व्यक्तियों के परिवारों को निशुल्क कार्गो सेवा प्रदान करने की सलाह दी।
ओडिशा ट्रेन हादसा : अस्पतालों में अब भी 101 शव नहीं हो सकी पहचान
भुवनेश्वर (एजेंसी)। ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद रेल यातायात बहाल हो गया है, लेकिन अस्पतालों में अब भी 101 शव ऐसे हैं, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। रेलवे और स्वास्थ्य विभाग के लिए अब यह काम बड़ी चुनौती बन गया है।
मृतकों के फोटो जारी कर लोगों से अपील की गई है कि पहचान करने की कोशिश करें। भीषण रेल हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हुई है जबकि 1000 से अधिक घायल हुए हैं। दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पास ही दूसरी लाइन से गुजर रही यशवंतपुर एक्सप्रेस एसएमवी-बेंगलुरु-हावड़ा के आखिरी डिब्बों से टकरा गए थे।
इस बीच, जान गंवाने वाले उन लोगों के शवों का दाह संस्कार के बाद अस्थियों का ससम्मान विसर्जन हरिद्वार में किया जाएगा, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। श्री देवोत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, अस्थि कलशों को बालेश्वर से एकत्र कर पहले दिल्ली लाया जाएगा। फिर उन्हें दिल्ली से ले जाकर आठ अक्टूबर को हरिद्वार के कनखल के सती घाट से विधि विधान से विसर्जित किया जाएगा।
इसके लिए एक पत्र ओडिशा सरकार को भेज दिया गया है, जिसमें सरकार से अंतिम संस्कार के बाद अस्थियों को उन्हें सौंपने का आग्रह किया गया है। इसके लिए समिति का एक दल जल्द ओडिशा रवाना होगा।
इस बीच, सोमवार से सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी। सोमवार को सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम के घटनास्थल पहुंचकर जांच शुरू करने की खबर है। खुर्दा रोड डिवीजन के डीआरएम रितेश राय ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार सीबीआई की जांच आरंभ हो चुकी है।
इस बीच रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने भी घटनास्थल पर कंट्रोल रूम, सिग्नल रूम और सिग्नल प्वाइंट की जांच की।
दुर्घटना की जांच सीबीआइ से कराने पर विपक्ष की आपत्ति पर सरकार से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि शुरुआती जांच में जानबूझकर सिस्टम से छेड़छाड़ के स्पष्ट संकेत मिले हैं। इस कारण केंद्रीय एजेंसी से गहन जांच कराने की आवश्यकता महसूस की गई है।
मथुरा के वृंदावन में बन रहा है विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर, बुर्ज खलीफा से भी गहरी है इसकी नींव
मथुरा (एजेंसी)। मथुरा के वृंदावन में दुनिया में अब तक का सबसे विशाल, भव्य और ऊंचा मंदिर बनाया जा रहा है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर का नाम चन्द्रोदय मंदिर है। यह मंदिर कुतुब मीनार से भी तीन गुना ऊंचा होगा। इतना ही नहीं, इस मंदिर की नींव दुनिया की सबसे उंची इमारत बुर्ज खलीफा से भी गहरी होगी। भगवान कृष्ण की लीला भूमि पर बन रहे चन्द्रोदय मंदिर का पहला ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है।
वृन्दावन-छटीकरा मार्ग स्थित अक्षय पात्र परिसर में आठ मार्च 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंदिर का शिलान्यास किया था। राष्ट्रपति प्रणव मुख़र्जी ने 16 नवंबर 2014 को आधारशिला रखी थी। इसकॉन, बंगलौर द्वारा करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस मंदिर की कल्पना श्रील प्रभुपाद से 1972 में की थी जब वह भारत यात्रा के दौरान वृन्दावन आये थे।
मंदिर का पहला ब्लॉक बनकर तैयार हो चुका है। इसमें कृष्ण-राधा की मूर्ति भी स्थापित की जा चुकी हैं। 70 मंजिला मंदिर की ऊंचाई 210 मीटर होगी और यह एक पिरामिड के आकार में बनाया जा रहा है। यह मंदिर मोराक्को की हसन मस्जिद से भी ऊंचा होगा।
55 मीटर गहरी है नींव
मंदिर की ऊंचाई 210 मीटर होने के चलते नींव पर विशेष ध्यान दिया गया है। नींव लगभग 55 मीटर गहरी रखी गई है तथा आधार 12 मीटर ऊंचा रखा गया है, जबकि दुबई स्थित दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा की नींव की गहराई 50 मीटर है।
टेलीस्कोप से देख पाएंगे ताजमहल
गगनचुम्बी मंदिर की ऊंचाई का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि मंदिर के टॉप पर रखी जाने वाली टेलीस्कोप से आगरा के ताजमहल को देखा जा सकेगा। मंदिर से ताजमहल कि दूरी 80 किलोमीटर है। इमारत के प्रारंभिक तीन तलों पर चैतन्य महाप्रभु और राधा, कृष्ण बलराम के मंदिर होंगे। इसमें लगाई जाने वाली लिफ्ट की तीव्रता आठ मीटर प्रति दो सेकंड होगी।
द्रविड़, नागर और आधुनिक शैली में बनाये जा रहे मंदिर में 4डी तकनीक द्वारा देवलोक और देवलीलाओं के दर्शन भी किए जा सकेंगे। मंदिर के आसपास प्राकृतिक वनों का वातावरण तैयार किया जाएगा और यमुना जी का प्रतिरूप तैयार कर नौका विहार जैसी सुविधाएं भी होंगी।
भारतीयों के हृदय में नामीबिया का विशेष स्थान : विदेश मंत्री जयशंकर
नई दिल्ली (एजेंसी)। विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने विंडहोक में नामीबिया के विदेश मंत्री नेतुम्बो नांदी-एनदेतवाह के साथ भारत-नामीबिया संयुक्त आयोग की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता की। उद्घाटन समारोह में डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारतीयों के हृदय में नामीबिया का विशेष स्थान है।
उन्होंने कहा कि भारत और नामीबिया के संबंध विकास मामलों में सहयोग, सामर्थ्य निर्माण संबंधी कार्यक्रमों और राजनीतिक एकजुटता पर आधारित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उच्चस्तरीय यात्राओं और निरंतर बातचीत की प्रक्रिया, भारत नामीबिया की साझेदारी को आने वाले समय में और बेहतर बनाने में मददगार होगी।
विदेश मंत्री ने विंडहोक में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत-नामीबिया उत्कृष्टता केन्द्र का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र शोध अनुसंधान, साइबर सुरक्षा और सुशासन में अहम योगदान देगा। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि नामीबिया के युवा भी अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए इस मंच का उपयोग करेंगे।
दुबई की फ्लाइट में अभिषेक बनर्जी की पत्नी व बच्चों को सवार होने से रोका
कोलकाता (एजेंसी)। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा नरूला बनर्जी व उनके बच्चों को कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आव्रजन विभाग ने दुबई जाने वाली फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया। रूजीरा सोमवार सुबह अपने दोनों बच्चों के साथ दुबई जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट पहुंची थीं। लेकिन आव्रजन विभाग ने उन्हें रोक दिया और बोडिर्ंग से इनकार कर दिया। आव्रजन विभाग के अधिकारियों से बातचीत के बाद वह हवाईअड्डे से निकल गईं।
पता चला है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनके खिलाफ जारी लुकआउट नोटिस के कारण आव्रजन विभाग ने उन्हें बोडिर्ंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया। उधर, तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय और फिर सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें इस मामले में ढाल दी थी और कहा था कि उनकी विदेश यात्राओं पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि अभिषेक बनर्जी इस मामले में अदालत की अवमानना का आरोप लगाते हुए फिर से अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।
इस घटना की निंदा करते हुए, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता ने कहा कि रुजीरा बनर्जी को जानबूझकर ऐसे समय में रोका गया, जब अभिषेक बनर्जी जनसंपर्क कार्यक्रम के तहत जिलों में हैं। प्रवक्ता ने कहा, पार्टी के कानूनी सलाहकार मामले को देख रहे हैं। उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया, क्योंकि भाजपा और केंद्र सरकार तृणमूल कांग्रेस का राजनीतिक रूप से मुकाबला करने में असमर्थ हैं और वे अभिषेक बनर्जी के जनसंपर्क कार्यक्रम की सफलता से डरे हुए हैं। इस तरह की कायरता भाजपा के राजनीतिक दिवालियेपन का प्रतीक है।
इस पर पलटवार करते हुए, पश्चिम बंगाल में भाजपा के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि अगर उन्हें अवैध रूप से रोका गया तो कानून अपना काम करेगा। भट्टाचार्य ने कहा, पहले हमें यह जानना होगा कि वास्तव में उन्हें क्यों रोका गया। इस बात पर पहले से विचार करने का कोई कारण नहीं है कि आव्रजन विभाग ने बिना किसी वैध कारण के कार्रवाई की।
माफिया मुख्तार अंसारी अवधेश राय हत्याकांड में दोषी करार
वाराणसी (एजेंसी)। वाराणसी की एमपी/एमएलए कोर्ट ने 32 साल पुराने हत्या के एक मामले में जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को सोमवार को दोषी करार दिया। सजा की घोषणा बाद में दिन में की जाएगी। पांच बार के विधायक अंसारी पर 1991 में एक कांग्रेस नेता की हत्या का आरोप था। 3 अगस्त, 1991 को कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अजय राय के भाई अवधेश राय की वाराणसी में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
केस डायरी गुम होने की वजह से मुकदमे में काफी देरी हुई। अंसारी पूर्व में कई आपराधिक मामलों में दोषी ठहराए जा चुके हैं। वाराणसी एमपी एमएलए कोर्ट ने 19 मई को बहस के बाद सुनवाई पूरी कर ली थी, अपना आदेश 5 जून तक सुरक्षित रख लिया था। अंसारी पहले ही अपहरण और हत्या के एक अन्य मामले में 10 साल की सजा काट रहा है। उसे अप्रैल में दोषी ठहराया गया था।