डिप्टी सीएम शर्मा ने हथियार त्यागकर मुख्यधारा में लौटे युवाओं से की मुलाकात, बहुआयामी कौशल प्रशिक्षण पर दिया ज़ोर

कांकेर। उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड के ग्राम मुल्ला स्थित पुनर्वास केंद्र का अचानक दौरा किया। उन्होंने वहां पर हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटे युवाओं को दिए जा रहे कौशल विकास प्रशिक्षण का जायजा लिया और उनसे सीधा संवाद किया। उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि युवाओं को सभी आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
उप मुख्यमंत्री ने मौके पर प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से बात की और उनके ट्रेनिंग के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि युवाओं को हर दिन कम से कम दो व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की ट्रेनिंग दी जाए। उन्होंने ज़ोर दिया कि प्रत्येक सत्र में एक से अधिक कोर्स में प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे अधिक कुशल बन सकें, जिससे उन्हें लंबे समय तक रोज़गार मिल सके।
परिवार से मिलाप और सरकारी योजनाओं का लाभ
शनिवार शाम को ग्राम मुल्ला पुनर्वास केंद्र पहुंचे उप मुख्यमंत्री शर्मा ने युवाओं की शिक्षा और खेती के संबंध में भी पूछा। उन्होंने यह भी जानकारी ली कि वे अपने परिवार के सदस्यों से मिल पाते हैं या नहीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि युवाओं के परिवार के सदस्यों से पुनर्वास केंद्र में मुलाकात करवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने युवाओं के आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनवाने के साथ-साथ उनका स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से कराने का भी निर्देश दिया। उप मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिन युवाओं के परिवार की सहमति हो, उनके लिए पुनर्वास केंद्र में ही सामूहिक विवाह का आयोजन करवाया जाए।
युवाओं से बातचीत के दौरान, उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनके लिए विधानसभा सत्र के दौरान रायपुर भ्रमण की कार्ययोजना तैयार की जाए।
रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण और आत्मनिर्भरता
उल्लेखनीय है कि माओवादी विचारधारा को छोड़कर मुख्यधारा में लौटी युवक-युवतियों को वर्तमान में मुल्ला, भानुप्रतापपुर के कौशल प्रशिक्षण केंद्र में रोजगारोन्मुखी ट्रेनिंग दी जा रही है। वर्तमान में इस केंद्र में एडवांस ट्रेड्स जैसे काष्ठ शिल्प (लकड़ी का काम), राज मिस्त्री (कंस्ट्रक्शन) और इलेक्ट्रिशियन में कुल 66 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया है। इनमें 52 आत्मसमर्पित युवा और 14 प्रभावित परिवारों के सदस्य शामिल हैं।
प्रशिक्षण विवरण:
काष्ठ शिल्प: 36 युवा
राज मिस्त्री: 15 युवा
इलेक्ट्रिशियन: 15 युवा
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वावलंबी बनाना है ताकि वे अपने परिवार और समाज के आर्थिक विकास में आत्मनिर्भर होकर योगदान दे सकें।
निरीक्षण में उपस्थिति: आकस्मिक निरीक्षण के दौरान पद्मश्री अजय मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण नरेटी, कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश श्रीमाली, जिला पंचायत सीईओ हरेश मंडावी, एसडीएम भानुप्रतापपुर जी.डी. वाहिले, कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी राहुल रजक, लाइवलीहुड कॉलेज के प्राचार्य सूनील नेताम सहित जिले और ब्लॉक स्तर के अधिकारीगण मौजूद थे।
















