देश-विदेश

इस छोटे हथियार से पाकिस्तान में तांडव मचा रहे आतंकी

नई दिल्ली (एजेंसी)। पाकिस्तान में आतंकियों ने कहर मचा रखा है. खास बात ये है कि ये आतंकी चाकू और गन से नहीं बल्कि एक और छोटे हथियार से तांडव कर रहे हैं. यह हथियार है क्वाडकॉप्टर, जिसके जरिए लगातार आतंकी पाकिस्तानी सेना को निशाना बना रहे हैं. खासतौर से खैबर पख्तूनख्वा में आए दिन आतंकी इसी हथियार से हमले कर रहे हैं.

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के दक्षिणी जिलों में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच झड़प और हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा संवेदनशील लक्की मरवात, कलाची और वजीरिस्तान के तीनों जनजातीय जिले हैं, जहां लगातार घटनाएं बढ़ रही हैं. पुलिस के मुताबिक 28 जून को ही उत्तरी वजीरिस्तान के गुलाम खान इलाके के पास भी सुरक्षा बलों पर हमला हुआ था, जिसमें छह जवान घायल हो गए थे. इसके अगले ही दिन उत्तरी वजीरिस्तान में ही सुरक्षा बलों पर हुए आत्मघाती हमला हुआ था. पाकिस्तान में हाल ही में हुआ यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जो पुलवामा की तर्ज पर अंजाम दिया गया. इसमें भी एक आत्मघाती हमलावर विस्फोटक से लदा वाहन लेकर सैन्य काफिले में घुस गया था.

पाकिस्तान में आतंकी कॉडकॉप्टर को बड़े हथियार के तौर पर प्रयोग कर रहे हैं, ये एक तरह से ड्रोन की तरह ही होता है. एक स्थानीय निवासी ने बीबीसी उर्दू से बातचीत में कहा कि सेना और आतंकियों के बीच गुरिल्ला युद्ध चल रहा है, इसमें दोनों पक्ष एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं और नुकसान नागरिकों का हो रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक 19 मई को क्वाडकॉप्टर ने एक घर पर विस्फोटक गिराए थे, जिसमें 4 बच्चों की मौत हो गई थी, बाद में इसी इलाके में क्वाडकॉपटर से एक और हमला किया गया था. इसी तरह मैरी अली के होर्मुज क्षेत्र में भी क्वाडकॉप्टर से हमले किए गए थे.

पाकिस्तान ने लगातार हो रहे हमलों के बाद अफगानिस्तान से लगने वाली गुलाम खान सीमा को बंद कर दिया है. इसके अलावा उत्तरी वजीरिस्तान में कर्फयू का ऐलान किया गया है. वजीरिस्तान में लगातार बिगड़ रहे हालात को देखते हुए ये लग रहा है कि पाक के सुरक्षा बल सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं. दरअसल इस समय पूरे दक्षिण पख्तूनख्वा में तनाव है.

पाकिस्तान में लगातार हो इन हमलों के पीछे तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान का हाथ है, कई हमलों में यह संगठन जिम्मेदारी भी ले चुका है, वरिष्ठ पत्रकार और विश्लेषक फरजाना अली के हवाले से बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट में लिखा है कि पिछले सप्ताह जिस तरह से सुरक्षा बलों पर हमले हुए हैं, तथा जिस तरह से क्वाडकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आतंकी हमले कर रहे हैं, उससे तो यह लग रहा है कि वह अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सफल हो गए हैं.

तहरीक–ए– तालिबान के साथ इस इलाके में तालिबान का हाफ़िज़ गुल बहादुर गुट सक्रिय है. जो इस इलाके में लगातार ऑपरेशन कर रहा है. हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा में हमला करने वाला असवद अल-हरब के बारे में बताया गया है कि यह भी हाफ़िज़ गुल बहादुर गुट की ही एक शाखा है. इसके अलावा तीन उग्रवादी समूह भी सक्रिय हैं. इनमें लश्कर-ए-इस्लाम, तहरीक-ए-इंकला-ए-इस्लामी और इत्तेहाद-ए-मुजाहिदीन पाकिस्तान शामिल हैं.

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button