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श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर ‘पुलवामा 2.0’ की साजिश और डॉ. उमर नबी : एक महीने की रेकी

दिल्ली ब्लास्ट में शामिल डॉ. उमर नबी की चौंकाने वाली साजिश

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली में हुए विस्फोट मामले में शामिल डॉ. उमर नबी से जुड़े बड़े खुलासे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, उमर नबी श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर ‘पुलवामा 2.0’ जैसी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। इस घिनौनी साजिश को अंजाम देने के लिए उसने करीब एक महीने तक हाईवे की रेकी (जासूसी) भी की थी। हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस की बीते कुछ महीनों की बढ़ी हुई सतर्कता के कारण वह पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के निर्देश को कार्यान्वित नहीं कर सका।

बरामद डिजिटल उपकरण और मोबाइल फोन

पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डॉ. उमर के घर से कई डिजिटल उपकरण और एक संदिग्ध मोबाइल फोन बरामद किया गया है। बताया गया है कि उमर ने कश्मीर के अपने आखिरी दौरे के दौरान यह फोन संबूरा, पुलवामा के आमिर को सौंपा था, जिसने आगे उसे अपनी मां तक पहुँचाया।

यह फोन कोइल, पुलवामा स्थित डॉ. उमर के मकान के पीछे सिंचाई विभाग की एक नहर में छिपा हुआ मिला। पुलिस ने उसके भाई जहूर का फोन भी जब्त कर लिया है। इसके अलावा, उमर के घर से एक लैपटॉप, एक खिलौना-जैसा ड्रोन, और कुछ अन्य डिजिटल उपकरण भी बरामद हुए हैं। इन सभी उपकरणों को पुलिस ने जाँच के लिए भेज दिया है, जिससे उन्हें अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।

दो भाई हिरासत में, पूछताछ जारी

उमर के रिश्तेदारों ने बताया कि पुलिस सोमवार को आई थी। उन्होंने फोन जब्त किए और उमर के दो भाई, आशिक अहमद भट और जहूर इलाही भट, को हिरासत में ले लिया। डॉ. उमर की भाभी मुजम्मिल अख्तर ने बताया कि उन्होंने आखिरी बार शुक्रवार को उमर से बात की थी, तब उसने तीन दिन बाद घर आने की बात कही थी।

खुफिया इनपुट और पुलिस की लगातार निगरानी

एक अधिकारी ने जानकारी दी कि खुफिया इनपुट्स को ध्यान में रखते हुए, पुलिस पिछले करीब तीन महीनों से अपनी सतर्कता बढ़ाए हुए थी। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर खास तौर पर नजर रखी जा रही थी। उन्होंने बताया कि पिछली बार उमर अपने गाँव जम्मू से इसी श्रीनगर-जम्मू हाईवे के रास्ते आया था, और उसी दौरान उसने पूरी रेकी की थी।

आईएसआई के स्लीपर सेल्स से संपर्क

पुलिस सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि दिल्ली विस्फोट को अंजाम देने वाले लोग आईएसआई के स्लीपर सेल्स के संपर्क में थे, जिन्हें सीधे पाकिस्तान में बैठे आतंकी आका संचालित कर रहे थे और सभी निर्देश वहीं से प्राप्त हो रहे थे। पूछताछ के दौरान डॉ. मुजफ्फर का नाम सामने आया, जो दिल्ली विस्फोट मामले में गिरफ्तार किए गए आठ आरोपियों में से एक डॉ. आदिल का भाई है।

शानदार शैक्षणिक रिकॉर्ड, लेकिन कायराना हरकत

एक अधिकारी के अनुसार, डॉ. उमर का शैक्षणिक प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने नीट परीक्षा में 17वीं रैंक हासिल की थी। इसके बाद, उन्होंने प्रतिष्ठित सरकारी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने श्रीनगर के सरकारी एसएमएचएस अस्पताल और जीएमसी अनंतनाग में काम भी किया। साल 2022 में, उन्होंने फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में काम करना शुरू किया। उनकी मंगनी श्रीनगर में हुई थी और उनकी मंगेतर यूपीएससी की तैयारी कर रही है।

एक और डॉक्टर, मुजम्मिल अहमद गनई की करतूत

उमर के घर से एक किलोमीटर दूर 32 वर्षीय डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई का परिवार रहता है। डॉ. मुजम्मिल को भी फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। मुजम्मिल के पिता शकील अहमद ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार को उन्हें सूचना दी कि मुजम्मिल को जांच के लिए फरीदाबाद से लाया गया है। गनई ने नीट पास किया, जम्मू के बत्रा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और स्किम्स (SKIMS) से एमडी किया। वह डीएनबी की ट्रेनिंग के लिए अल फलाह विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। वह पिछले दो साल से फरीदाबाद में था और जुलाई में अपने पिता की किडनी सर्जरी के समय घर आया था।

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