शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ₹1.22 करोड़ की धोखाधड़ी, मास्टरमाइंड निकला B.Tech छात्र

रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पुलिस ने एक बड़े धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है। यह रैकेट लोगों को शेयर मार्केट और ऑनलाइन ट्रेडिंग में पैसे दोगुने करने का झांसा देकर लगभग ₹1 करोड़ 22 लाख की ठगी कर चुका था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता (मास्टरमाइंड) सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आरोपी की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी बीटेक साइबर सिक्योरिटी का पूर्व छात्र है। पुलिस के अनुसार, इसी छात्र ने पूरे ठगी की योजना बनाई और अपने साथियों के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया।
पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
राजनांदगांव पुलिस और साइबर सेल की टीम ने मिलकर यह संयुक्त कार्रवाई की। तकनीकी जाँच के आधार पर, दो आरोपियों को मध्य प्रदेश से और एक आरोपी को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।
ऐसे दिया गया ठगी को अंजाम
राजनांदगांव के एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि शहर कोतवाली थाना क्षेत्र में एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपियों ने खुद को फॉरेक्स और ऑनलाइन ट्रेडिंग विशेषज्ञ बताकर पीड़ित को एक फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजा।
शुरुआत: पहले छोटे मुनाफे का लालच दिया गया।
झांसा: फिर “पैसों को डबल करने” और बड़े मुनाफे का भरोसा देकर पीड़ित से कुल ₹1 करोड़ 22 लाख की राशि ठग ली गई।
पीड़ित की शिकायत के आधार पर, कोतवाली पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जाँच शुरू की और तत्पश्चात इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने बताया कि इस रैकेट में शामिल आरोपी डिंपल सिंह यादव (जो बीटेक साइबर सिक्योरिटी का छात्र रहा है), धीरज सिंह और अरविंद ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। डिंपल सिंह यादव का काम बैंक खाते उपलब्ध करवाना और उसके बदले में कमीशन लेना था। तीनों आरोपियों को अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
















