51 नक्सलियों का एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण, पुलिस ने किया मुख्यधारा में स्वागत

बीजापुर। जिले में 51 से अधिक नक्सलियों ने जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय पहुंचकर आत्मसमर्पण किया। इन सभी ने औपचारिक रूप से एसपी जितेंद्र यादव की उपस्थिति में पुलिस ऑफिसर्स मेस में हथियार डाल दिए।
यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ सरकार की ‘पूना मारगेम: पुनर्वास से पुनर्जीवन’ योजना के तहत हुआ है, जिसका उद्देश्य माओवादियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने में मदद करना है।
आत्मसमर्पण करने वालों में 9 महिलाएं और 42 पुरुष शामिल हैं।
इन सभी पर कुल 66 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
संगठनात्मक पृष्ठभूमि
अधिकारियों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले 51 माओवादियों में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की विभिन्न इकाइयों के सदस्य शामिल हैं, जिनमें बटालियन नंबर एक और कंपनी नंबर एक, दो और पांच के पांच सदस्य हैं।
अन्य प्रमुख सदस्यों में शामिल हैं:
एक एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम)
सात प्लाटून और एरिया कमेटी पार्टी सदस्य
तीन एलओएस सदस्य
एक मिलिशिया प्लाटून कमांडर
14 मिलिशिया प्लाटून सदस्य
इनामी माओवादीआज आत्मसमर्पण करने वाले कुछ प्रमुख माओवादियों और उन पर घोषित इनाम की जानकारी निम्नलिखित है:
आत्मसमर्पित माओवादीपद/संबंधित यूनिटइनाम राशिबुधराम पोटाम उर्फ रंजीत (25)माड़ संभाग, कंपनी नंबर सदस्यआठ लाख रुपयेमनकी कोवासी (24)बटालियन नंबर एक की पार्टी सदस्यआठ लाख रुपयेहुंगी सोढ़ी (27)कंपनी नंबर दो की पार्टी सदस्यआठ लाख रुपयेरवीन्द्र पुनेम उर्फ आयतू (25)कंपनी नंबर दो का पार्टी सदस्यआठ लाख रुपयेदेवे करटाम (25)पीएलजीए सदस्यआठ लाख रुपयेमंगू ओयाम उर्फ लालू (27)अज्ञातपांच लाख रुपयेइसके अतिरिक्त, सात माओवादियों पर दो-दो लाख रुपये और सात अन्य माओवादियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सल विरोधी अभियान का लेखा-जोखाअधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले में नक्सल विरोधी अभियान में लगातार सफलता मिल रही है:वर्ष 2025 में अब तक 461 माओवादी मुख्यधारा में लौट चुके हैं।इस दौरान सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 138 माओवादी मारे गए और 485 माओवादी गिरफ्तार किए गए।वर्ष 2024 से अब तक (2025 तक) जिले में कुल 650 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं।सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में 196 माओवादी मारे गए और 986 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
















