2.66 करोड़ की साइबर ठगी! कपड़ा कारोबारी को निवेश का झांसा देकर ठगे करोड़ों

रायपुर। राजधानी रायपुर में एक चौंकाने वाला साइबर क्राइम सामने आया है। गुढ़ियारी इलाके के कपड़ा कारोबारी को ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर 2 करोड़ 66 लाख रुपये की ठगी का शिकार बना दिया गया। ठगों ने कारोबारी को एक फर्जी वेबसाइट और ऐप के जरिए झांसे में लेकर धीरे-धीरे करोड़ों की रकम ठग ली।
ऐसे फंसे कारोबारी ठगों के जाल में
महेश कॉलोनी, गुढ़ियारी निवासी 43 वर्षीय हेमंत कुमार जैन ने बताया कि 25 फरवरी 2025 को उन्होंने गूगल पर “बीएन राठी सिक्योरिटीज” नाम की कंपनी का विज्ञापन देखा। वेबसाइट पर क्लिक करते ही उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां अलग-अलग नंबरों से कंपनी के कथित प्रतिनिधियों ने लगातार निवेश के लिए प्रेरित किया। कंपनी की ओर से दोगुना-तिगुना मुनाफे का दावा किया गया था।
डेढ़ महीने में डूब गए करोड़ों
हेमंत जैन ने बताया कि 12 मार्च से 30 अप्रैल 2025 के बीच उन्होंने अलग-अलग बैंक खातों में करीब 2.66 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। ठगों ने एक फर्जी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर उनके नाम की आईडी बनाकर निवेश दिखाया और मुनाफा भी दिखाया। इससे उनका विश्वास और गहरा हो गया और उन्होंने बार-बार निवेश किया।
शक हुआ तब जब…
धीरे-धीरे जब कंपनी के प्रतिनिधियों ने फोन उठाना बंद कर दिया और एक नया व्यक्ति सामने आकर यह कहने लगा कि पहले वाला अस्पताल में भर्ती है, तब कारोबारी को शक हुआ। इसी बीच, उसे एक और झांसा दिया गया कि अगर वह 12.5 लाख रुपये और निवेश करेगा तो उसे 5 करोड़ रुपये मिलेंगे।
हैदराबाद जाकर खुला राज
शंका होने पर हेमंत जैन खुद हैदराबाद पहुंच गए, जहां उन्होंने देखा कि जिस पते पर कंपनी का दफ्तर बताया गया था, वहां कुछ भी नहीं था। साथ ही, उन्हें यह भी पता चला कि कई लोग इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। इसके बाद उन्होंने गुढ़ियारी थाने और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में जुटी, 12 लाख रुपये होल्ड
गुढ़ियारी थाना प्रभारी के.के. कुशवाहा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। प्राथमिक जांच में सामने आए बैंक खातों में से करीब 12 लाख रुपये होल्ड कराए गए हैं। फिलहाल साइबर पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है।
सावधान रहें: गूगल विज्ञापनों और व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए निवेश के झांसे में न आएं। किसी भी निवेश से पहले कंपनी की प्रमाणिकता की जांच जरूर करें और अनजान वेबसाइट्स या ऐप्स पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।