छत्तीसगढ़

ट्रंक में सूटकेस, सूटकेस में लाश : होगा सनसनीखेज मामले का खुलासा

रायपुर। राजधानी के डीडी नगर थाना क्षेत्र में एक सूटकेस में मिली युवक की लाश के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बड़ी प्रगति की है। इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुंच चुकी पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। मृतक की पहचान किशोर कुमार पैंकरा के रूप में हुई है। फिलहाल रायपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस और CISF की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि, ट्रंक कांड के मास्टरमाइंड रिटायर्ड पुलिसकर्मी के बेटे-बहू अनिल उपाध्याय और पत्नी शिवानी शर्मा हैं। उन्होंने इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में भी एक घर ले रखा था। हत्या उनके घर में ही की गई। जब लाश से बदबू आने लगी तो उन्होंने लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। इस वारदात में उनके साथ दो और आरोपी भी शामिल हैं।

हत्या के बाद लाश को सूटकेस में भरकर सीमेंट से प्लास्टर किया

मामले में चौंकाने वाली बात ये सामने आई है कि आरोपियों ने युवक की गला रेतकर हत्या की और फिर उसके शव को सूटकेस में डालकर सीमेंट से प्लास्टर कर सबूत मिटाने की कोशिश की। शव को फिर एक ट्रंक में बंद कर इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के पास सुनसान जगह पर फेंक दिया गया।

सीसीटीवी से मिला सुराग, कार और स्कूटर से ले गए थे लाश

पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज में आरोपी मारुति कार में ट्रंक को डालकर ले जाते दिखे। आगे-आगे एक महिला ईवी स्कूटर पर चल रही थी। पुलिस का मानना है कि महिला भी हत्या की साजिश में शामिल है। 22 जून को आरोपी युवक और महिला गोलबाजार में ट्रंक खरीदते हुए भी कैमरे में कैद हुए हैं।

ट्रंक की दुर्गंध ने खोला राज

मामला तब उजागर हुआ जब इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के पास रहने वाले लोगों को पेटी से बदबू आने लगी। शक होने पर उन्होंने पुलिस को बुलाया। पेटी में एक सूटकेस मिला, जिसमें युवक की लाश थी। शव पर सीमेंट का मोटा लेप चढ़ा हुआ था, जिससे पुलिस को संदेह हुआ कि सबूत मिटाने की कोशिश की गई।

कार जब्त, फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल

पुलिस ने सीसीटीवी में दिख रही मारुति कार को जब्त कर लिया है। कार में फर्जी नंबर प्लेट लगी थी, जो असल में किसी सेंट्रो कार का है। नंबर विजय भूषण एक्का नामक व्यक्ति के नाम रजिस्टर्ड है, लेकिन उसका इस वारदात से कोई लेना-देना नहीं पाया गया है।

अब तक की जांच में यह सामने आया:
    हत्या प्रेम संबंध या लेन-देन के विवाद में की गई हो सकती है।
    सूटकेस और ट्रंक को गोल बाजार से खरीदकर वारदात को अंजाम दिया गया।


    प्लानिंग के तहत लाश को छिपाने के लिए सीमेंट का प्लास्टर किया गया था।
    पुलिस अब मृतक की पहचान और हत्या के असली मकसद की जांच में जुटी है।

क्या बोले अधिकारी?

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम जल्द ही पूरा मामला उजागर करेंगे। फिलहाल हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। मामला बेहद संवेदनशील है, जल्द ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी।”

इस हत्याकांड ने पूरे शहर को हिला दिया है। लोगों में दहशत और कई सवाल उठ खड़े हुए हैं—कौन था मृतक? हत्या का असली कारण क्या था? क्या इसमें और लोग भी शामिल हैं?

इन सबका जवाब पुलिस की आगामी प्रेस कॉन्फ्रेंस से सामने आ सकता है।

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