छत्तीसगढ़

बस्तर में मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ : कार के डूबने से 2 बच्चो सहित 4 की मौत

जगदलपुर। बस्तर में पिछले 18 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। नदी-नाले उफान पर हैं और कई इलाकों में पानी भर गया है। इस बीच, सुकमा जिले में एक दुखद घटना घटी, जहाँ एक कार बाढ़ के पानी में बह गई, जिससे चार लोगों की मौत हो गई।

दिल दहला देने वाली घटना

सुकमा जिले के एनएच-30 पर दरभा के पास, एक कार बाढ़ के पानी में बह गई थी। इस कार में सवार चार लोग पानी में बह गए, जबकि ड्राइवर तैरकर बाहर निकलने में सफल रहा। दुर्भाग्यवश, पानी में बहे दो बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गई। ये सभी तमिलनाडु के निवासी थे।

गांवों में बाढ़ का कहर

लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के मांदर गांव में बारिश के पानी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। बड़े बहार नाले का जल स्तर बढ़ने से गांव के कई घर डूब गए हैं। पानी इतनी तेज़ी से बढ़ा कि लोगों को अपने घरों से निकलने का मौका भी नहीं मिला।

राहत और बचाव कार्य

बाढ़ में फंसे लोगों की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, राजस्व विभाग और प्रशासन के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। लगातार बारिश के कारण एसडीआरएफ (SDRF) टीम को बचाव अभियान शुरू करने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी वे लोगों को बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री और सांसद का हस्तक्षेप

बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और स्थिति की जानकारी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को दी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी बस्तर संभाग के अधिकारियों से फोन पर बात करके राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि अब तक 68 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। उन्होंने प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस बल के प्रयासों की सराहना की और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने तथा प्रभावितों तक हर संभव सहायता पहुँचाने के निर्देश दिए।

यह स्थिति दिखाती है कि प्राकृतिक आपदाएँ कितनी अप्रत्याशित हो सकती हैं। क्या आपको लगता है कि ऐसे आपदाओं से निपटने के लिए और बेहतर तैयारी की जा सकती है?

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