किसान हितैषी नीतियों ने बनाया आत्मनिर्भर : आधुनिक सब्जी की खेती से सीताराम राजपूत की सालाना आय 15-16 लाख

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पारदर्शी और ईमानदार नीतियों का असर अब गांवों में भी दिखने लगा है। ये नीतियां सरकारी योजनाओं को सही तरीके से लागू कर रही हैं, जिससे किसानों का जीवन स्तर सुधर रहा है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण मुंगेली जिले के पथरिया विकासखंड के कलारजेवरा गांव के किसान श्री सीताराम राजपूत हैं। उन्होंने आधुनिक तकनीक से सब्जी की खेती करके अपनी मेहनत और लगन से एक नई राह बनाई है।
परंपरागत खेती से आधुनिक खेती तक
सीताराम के परिवार में उनके दादा और पिता पहले से ही बागवानी और खेती करते थे। उनके पिता ने करीब 10 सालों तक पारंपरिक तरीके से धान की खेती की। सीताराम ने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद इसी परंपरा को आगे बढ़ाया और खेती को ही अपना पेशा चुना। उन्होंने दो एकड़ जमीन पर सब्जी की खेती शुरू की और धीरे-धीरे इसे बड़े पैमाने पर फैलाया। आज वे सब्जी की खेती से हर साल 15-16 लाख रुपये कमा रहे हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ और सफलता
सीताराम राजपूत ने मुंगेली के जिला उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में कई सरकारी योजनाओं का फायदा उठाया। इन योजनाओं में सब्जी मिनीकिट, कृषि यंत्र, बीज, जैविक खाद, सामुदायिक नर्सरी और ड्रिप सेट जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। इन साधनों का सही इस्तेमाल करके उन्होंने खेती को एक फायदेमंद और टिकाऊ व्यवसाय बना दिया।
वे स्वच्छ सृजना महोत्सव, किसान मेले, मत्स्य पालन और कृषि संगोष्ठियों जैसी कई प्रदर्शनियों और कार्यक्रमों में भी शामिल होते रहे हैं, जिससे वे दूसरे किसानों के लिए भी एक प्रेरणा बन गए हैं। उनकी यह सफलता जिले के बाकी किसानों को भी नई सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है।
















