दो महिलाओं सहित तीन इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस के समक्ष दो महिला सहित तीन इनामी नक्सलियों ने हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। ये तीनों नक्सली लंबे समय से सक्रिय थे और प्रत्येक पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सलियों ने सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। आत्मसमर्पण करने वालों में नागेश, जैनी और मनीला शामिल हैं।
7-8 साल से थे सक्रिय
नागेश, जैनी और मनीला पिछले 7 से 8 वर्षों से गरियाबंद, धमतरी और नुआपड़ा डिवीजन में सक्रिय थे। वे बड़े नक्सली नेताओं के सहयोगी के रूप में काम करते थे और कई बड़ी वारदातों में भी उनकी संलिप्तता थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आत्मसमर्पण नक्सलियों को शांतिपूर्ण जीवन जीने का मौका देने वाली सरकारी नीति का परिणाम है। इस आत्मसमर्पण के बाद, आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों की संख्या घटकर 30 रह गई है।
गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक ने इस घटना को नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक बड़ी उपलब्धि बताया है। उनका कहना है कि यह क्षेत्र में शांति की स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बीजापुर में भी हुआ था बड़ा आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे पहले, बीजापुर जिले में 2 अक्टूबर को 103 नक्सलियों ने एक साथ आत्मसमर्पण किया था। इनमें से 5 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। सभी नक्सलियों पर कुल 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया गया था। यह दर्शाता है कि नक्सली अब हिंसा का रास्ता छोड़कर सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं।