उत्तर प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में ‘वंदे मातरम’ का गायन होगा अनिवार्य : मुख्यमंत्री योगी

गोरखपुर (एजेंसी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘लौह पुरुष’ और ‘भारत रत्न’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सोमवार को प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों के लिए ‘एकता यात्रा’ का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हर विद्यालय और हर शैक्षणिक संस्थान में राष्ट्रगीत वंदे मातरम का गायन अनिवार्य कराया जाएगा। उनका उद्देश्य है कि राज्य के हर नागरिक के मन में भारत माता और अपनी मातृभूमि के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव जाग्रत हो सके।
वंदे मातरम का विरोध और तुष्टिकरण की राजनीति
मुख्यमंत्री योगी ने राष्ट्रगीत के विरोध पर अपनी बात रखते हुए कहा कि वंदे मातरम ने आज़ादी के आंदोलन के दौरान भारत की सोई हुई चेतना को जगाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए इसमें संशोधन किया, और अब कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति, विचारधारा या मज़हब राष्ट्र से बड़ा नहीं हो सकता। यदि किसी की व्यक्तिगत आस्था राष्ट्र के आड़े आती है, तो उसे दरकिनार कर देना चाहिए।
जिन्ना प्रेम बनाम राष्ट्रभक्ति
सीएम योगी ने टिप्पणी की कि कुछ लोगों के लिए आज भी उनका व्यक्तिगत मत और मज़हब देश से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के एक सांसद द्वारा वंदे मातरम गाने से इनकार करने का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे लोग मोहम्मद अली जिन्ना को सम्मान देने वाले कार्यक्रमों में तो शामिल होते हैं, लेकिन देश को एकजुट करने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के कार्यक्रमों में आना उचित नहीं समझते।















