आँखों की सेहत पर लापरवाही : नज़रअंदाज़ न करें ये गंभीर समस्या

हेल्थ न्युज (एजेंसी)। आँखें हमारे शरीर का एक बेहद संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण अंग हैं, जिसकी देखभाल में अक्सर लोग लापरवाही बरतते हैं। यह अनदेखी कभी-कभी बहुत भारी पड़ सकती है, यहाँ तक कि दृष्टि हानि (loss of sight) का कारण भी बन सकती है।
ग्लूकोमा आँखों से जुड़ी एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसमें ऑप्टिक तंत्रिकाएँ (optic nerves) क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। यह नसें ही आँखों से प्राप्त होने वाली छवियों (images) के संकेतों को मस्तिष्क तक पहुँचाती हैं, जिससे हमें साफ़ दिखाई देता है। जब ये ऑप्टिक नसें उच्च दबाव (high pressure) के कारण खराब होने लगती हैं, तो दिखना कम हो जाता है। हालाँकि, कुछ प्रकार के ग्लूकोमा में, यह क्षति बिना किसी स्पष्ट दबाव के भी हो सकती है।
ग्लूकोमा की पहचान कैसे करें?
आमतौर पर, ग्लूकोमा की शुरुआत में कोई स्पष्ट शुरुआती संकेत नहीं दिखाई देता है। इसकी पहचान केवल कुछ बहुत ही हल्के लक्षणों या नियमित जाँच से ही संभव है। इसीलिए, यदि आप मधुमेह (Diabetes) या उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो नियमित रूप से आँखों की जाँच करवाना अत्यंत आवश्यक है।
ग्लूकोमा के शुरुआती संकेत
जैसा कि बताया गया है, शुरुआती लक्षण बहुत कम होते हैं। धीरे-धीरे, आँखों के किनारों की ओर देखने पर एक धुंधला धब्बा (patchy blurry spot) या पैच दिख सकता है। इसे परिधीय दृष्टि (Peripheral Vision) कहते हैं, और ग्लूकोमा सबसे पहले इसी पर असर डालता है। इसके बाद, धीरे-धीरे केंद्रीय दृष्टि से भी देखने में परेशानी होने लगती है।
ग्लूकोमा के अन्य संभावित लक्षण
ग्लूकोमा की समस्या बढ़ने पर निम्नलिखित लक्षण भी दिख सकते हैं:
सिर में दर्द का अनुभव
आँखों में दर्द महसूस होना
उल्टी या मितली (nausea) आना
नज़र का धुंधला होना
तेज़ रोशनी की ओर देखने पर रंगीन घेरे (colorful rings) या इंद्रधनुषी पैटर्न ज़्यादा दिखना
आँखों में लालिमा आना
डॉक्टर से परामर्श कब लें?
यदि आपको आँखों में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, खासकर जब इसके साथ सिरदर्द और आँखों में दर्द भी हो, तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ (Eye Expert) से आँखों की पूरी जाँच करवानी चाहिए। समय पर निदान और उपचार दृष्टि हानि को रोकने में मदद कर सकता है।
















