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इन पोजीशन में सोने की आदत से करें तौबा, वरना बढ़ जाएंगी कई परेशानियां

अच्छी नींद: सेहत और शरीर के सुचारू कार्य के लिए ज़रूरी

हेल्थ न्युज (एजेंसी)। नींद हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण अंग है। ज़्यादातर स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हमें हर रात कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। अगर हम ऐसा नहीं करते हैं, तो दिन भर सुस्ती और कमज़ोरी महसूस होती है, साथ ही शरीर के सहज ढंग से काम करने की प्रक्रिया (smooth function) में भी बाधा आ सकती है। हम सभी को नींद बहुत प्रिय होती है, और एक अनुमान के मुताबिक, एक इंसान अपनी ज़िंदगी का लगभग एक-तिहाई हिस्सा सोने में बिताता है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना बहुत ज़रूरी है कि हम सही तरीके से सो रहे हैं।

सोते समय इस बात का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम किस मुद्रा (position) में सो रहे हैं। सोने का गलत तरीका हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से नुकसान पहुँचा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन सी सोने की मुद्राएँ आपके लिए हानिकारक हो सकती हैं।

  1. पेट के बल सोना: स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

अक्सर, हम आराम या आलस की वजह से तुरंत बिस्तर पर लेट जाते हैं और इस बात पर ध्यान नहीं देते कि यह मुद्रा सही है या नहीं। यदि आप पेट के बल सोते हैं, तो हो सकता है कि आपको इससे आराम मिलता हो, लेकिन यह आपके शरीर के लिए नुकसानदेह (harmful) साबित हो सकता है।

रीढ़ की हड्डी पर दबाव: इस मुद्रा में आपकी रीढ़ की हड्डी (Spine) एक सीधी रेखा में नहीं रह पाती, जिससे उसे नुकसान पहुँचता है।

अंगों पर अनचाहा दबाव: पेट के बल सोने से कई महत्वपूर्ण आंतरिक अंगों (organs) पर अनावश्यक दबाव पड़ता है, जो उनके कार्यों को प्रभावित कर सकता है।

साँस लेने में कठिनाई: जब आप इस तरह से सोते हैं, तो मुँह नीचे की ओर होता है, जिससे साँस लेने में कुछ परेशानी आ सकती है।

गर्दन और सर्वाइकल समस्या: यदि आप इस मुद्रा में सोते हुए गर्दन को घुमाते हैं, तो सर्वाइकल स्पाइन (cervical spine) के लिगामेंट्स पर तनाव (pressure) पड़ता है, जो ख़तरनाक हो सकता है।

  1. पीठ के बल सोना: रीढ़ की प्राकृतिक बनावट पर असर

दोनों हाथों को फैलाकर पीठ के बल सोने से भले ही आराम महसूस हो, लेकिन यह रीढ़ की हड्डी के प्राकृतिक कर्व (natural curve) को प्रभावित कर सकता है।

उपाय: यदि किसी बीमारी या चोट के कारण इस तरह सोना आपकी मजबूरी है, तो अपनी पीठ की हड्डी में तनाव को कम करने के लिए अपने घुटनों के नीचे एक तकिया (pillow) ज़रूर रखें।

सबसे अच्छी स्लीपिंग पोजीशन क्या है?

अगर आप गलत तरीके से सोने की वजह से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो बेहतर है कि आप समय रहते करवट लेकर सोने की आदत डाल लें।

लाभ: करवट लेकर सोने से शरीर पर दबाव कम पड़ता है और यह स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी मददगार हो सकता है।

(डिस्क्लेमर/अस्वीकरण): प्रिय पाठक, यह लेख आपको केवल जागरूक करने के उद्देश्य से लिखा गया है। हमने इसे लिखने में सामान्य जानकारी और सुझावों का इस्तेमाल किया है। अपनी सेहत से जुड़ी किसी भी सलाह को अपनाने से पहले कृपया हमेशा किसी योग्य चिकित्सक या डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।

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