हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटें नक्सली : भूपति

बीजापुर। कुख्यात नक्सली कमांडर हिडमा सहित कई शीर्ष नक्सलियों के मारे जाने के बाद, नक्सली संगठन के भीतर गहरा डर और बेचैनी का माहौल है। इस पृष्ठभूमि में, एक पूर्व नक्सली लीडर भूपति का एक वीडियो संदेश सामने आया है, जिन्होंने पहले ही संगठन छोड़ दिया था और आत्मसमर्पण कर चुके थे।
वीडियो में, भूपति ने अभी भी सक्रिय नक्सलियों से भावुक अपील की है कि वे बिना देर किए हथियार डाल दें और देश की मुख्यधारा में वापस आकर संविधान द्वारा निर्धारित जीवन व्यतीत करें।
बदलते हालात में हथियार थामे रहना असंभव: भूपति
भूपति ने वीडियो में हिडमा और अन्य कमांडरों के मारे जाने की खबर को अत्यंत चिंताजनक बताया। उन्होंने खुलासा किया कि वह और उनके साथी लगभग डेढ़ महीने पहले ही मौत के डर से हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण कर चुके थे। उनके अनुसार, बदलती परिस्थितियों में अब हथियार लेकर संघर्ष जारी रखना असंभव हो गया था।
भूपति ने यह भी बताया कि अब वह आम नागरिक की तरह सामान्य जीवन जी रहे हैं और उन्होंने शेष नक्सलियों को भी यही सलाह दी कि वे संविधान के दायरे में रहकर जनता के मुद्दों पर शांतिपूर्ण तरीके से काम करें।
सशस्त्र मार्ग से केवल क्षति, समाधान संविधान में
भूपति ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हथियारों के रास्ते ने उन्हें केवल नुकसान ही दिया है। उन्होंने जोर दिया कि समय के साथ देश और दुनिया बदल चुकी है और अब सशस्त्र लड़ाई चलाना न तो संभव है और न ही उपयोगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात का सामना करने का एकमात्र उपाय यही है कि हिंसा त्यागकर देश के संविधान को स्वीकार किया जाए।
शांतिपूर्ण जीवन अपनाने का आग्रह दोहराया
भूपति ने सभी सक्रिय सदस्यों से गंभीरता से सोचने का आग्रह करते हुए अपनी अपील को दोहराया। उन्होंने कहा कि सभी को जनता के बीच लौटना चाहिए, एक सामान्य जीवन अपनाना चाहिए और कानून एवं संविधान के मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह उनका पुराना आग्रह है, जिसे वह आज एक बार फिर दोहरा रहे हैं कि हिंसा का रास्ता छोड़कर शांतिपूर्ण मार्ग अपनाया जाए।
















