छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री से अखिल भारतीय राष्ट्रीय महासभा हल्बा हल्बी आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया। ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाए जा रहे इस विशेष दिन पर मुख्यमंत्री ने अटल जी के योगदान को याद करते हुए प्रदेशवासियों को संबोधित किया।

अटल जी का व्यक्तित्व और दर्शन

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था। वे न केवल एक कुशल राजनीतिज्ञ थे, बल्कि एक प्रखर कवि और दूरदर्शी विचारक भी थे। उनका संपूर्ण जीवन लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित रहा। मुख्यमंत्री के अनुसार, अटल जी ने राजनीति में शुचिता और पारदर्शिता के जो मानक स्थापित किए, वे आज भी प्रेरणास्रोत हैं।

अंत्योदय और सुशासन का संकल्प

लेख में मुख्यमंत्री के संदेश के प्रमुख बिंदुओं को इस प्रकार समझा जा सकता है:

विकास की नई दिशा: अटल जी के नेतृत्व में भारत ने विकास और सुशासन के एक नए युग में प्रवेश किया।

अंतिम व्यक्ति का उदय: “अंत्योदय” के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज के सबसे पिछड़े व्यक्ति तक लाभ पहुँचाना ही उनकी नीति का मूल आधार था।

छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिबद्धता: राज्य सरकार वर्तमान में प्रशासनिक सुधारों और पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से अटल जी के सपनों को साकार कर रही है।

संकल्प का दिन: मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस मात्र एक औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह जनता के प्रति अपनी जवाबदेही और सेवा के संकल्प को दोहराने का दिन है।

“अटल जी के विचार और उनका दृष्टिकोण आज भी हमारी शासन-नीति का मार्गदर्शक है। हम प्रदेश में समावेशी विकास और जनविश्वास की बहाली के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।” — विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री

अंत में, मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की कि वे अटल जी के आदर्शों को अपनाएं और राज्य के चहुंमुखी विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।

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