नक्सलवाद के विरुद्ध निर्णायक जंग : शीर्ष माओवादी नेता गणेश उइके का अंत, सीएम साय ने सराहा

रायपुर। ओडिशा के कंधमाल-गंजाम सीमा पर सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने कुख्यात नक्सली नेता गणेश उइके के मारे जाने को नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक ऐतिहासिक मोड़ बताया है। उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व का यह पतन माओवादी तंत्र के लिए एक बड़ा आघात है।
इस अभियान की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने निम्नलिखित प्रमुख बातें कहीं:
सुरक्षित ठिकानों का अंत: मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब नक्सलियों के लिए छिपने की कोई जगह नहीं बची है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि सुरक्षा बलों की पहुंच अब उनके सबसे सुरक्षित माने जाने वाले गढ़ों तक हो चुकी है।
नक्सल-मुक्त भारत का लक्ष्य: श्री साय ने दोहराया कि केंद्र और राज्य सरकारें मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह जड़ से मिटाने के संकल्प पर काम कर रही हैं। यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन का परिणाम है।
जवानों का शौर्य: उन्होंने ऑपरेशन में शामिल जवानों के साहस और उनकी पेशेवर रणनीति की तारीफ करते हुए कहा कि उनके मनोबल ने ही इस कठिन मिशन को सफल बनाया है।
विकास और शांति की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के जरिए विकास की नई किरण पहुंचाई जा रही है। उन्होंने भटक चुके युवाओं से अपील की कि वे हिंसा का त्याग कर समाज की मुख्यधारा में लौटें।
मुख्यमंत्री ने अंत में विश्वास जताया कि जनता के समर्थन और सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से बहुत जल्द भारत पूर्णतः नक्सल मुक्त होगा।
















