ज्योतिष

आज का हिन्दू पंचांग 

 हिन्दू पंचांग 
दिनांक – 01 सितम्बर 2023
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद (गुजरात महाराष्ट्र में श्रावण)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – द्वितीया रात्रि 11:50 तक तत्पश्चात तृतीया
नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद दोपहर 02:56 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
योग – धृति दोपहर 01:10 तक तत्पश्चात शूल
राहु काल – सुबह 11:05 से 12:40 तक
सूर्योदय – 06:22
सूर्यास्त – 06:57
दिशा शूल – पश्चिम दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:51 से 05:36 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:17 से 01:03 तक

व्रत पर्व विवरण –
विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

दीर्घायुष्य, आरोग्य, ओज व शक्ति प्रदायक टॉनिक – पूज्य बापूजी

आँवला रस एक प्रकार का टॉनिक (रसायन) है । यह त्रिदोषशामक है । १४० प्रकार की बीमारियों को टक्कर मारने की ऊर्जा है आँवला रस में! यह दीर्घायुष्य, आरोग्य, उत्तम वर्ण, ओज व शक्ति प्रदान करनेवाला है । इसके सेवन से शीतलता का संचार होता है, वायुदोष, एसिडिटी दूर होती है, बुढ़ापे की कमजोरी जल्दी नहीं आती ।

बीमारियों के कारण दुर्बलता आयी हो तो १०-१५ मि.ली. आँवला रस में १०-१५ मि.ली. गर्म पानी, १ चुटकी हल्दी, गाय का ५-१० ग्राम घी डाल के पियें । अगर मधुमेह (diabetes) नहीं हैं तो १० ग्राम मिश्री डाल के सेवन करें । सुबह खाली पेट भी ले सकते हैं और सुबह के भोजन के समय भी ले सकते हैं । यह एक प्रकार का शक्तिवर्धक रसायन (टॉनिक) है ।

इन पुण्यदायी तिथियों व योगों का अवश्य उठायें लाभ

४ सितम्बर : संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय : रात्रि ९:२२), बहुला चतुर्थी (म.प्र. ), रक्षा पंचमी (ओड़िशा)

५ सितम्बर : शिक्षक दिवस

६ सितम्बर : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (स्मार्त), बुधवारी अष्टमी (दोपहर ३-३७ से ७ सितम्बर सूर्योदय तक)

७ सितम्बर : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (भागवत) (“जो जन्माष्टमी का व्रत रखता है उसे करोड़ों एकादशी व्रत करने का पुण्य प्राप्त होता है और उसके रोग, शोक दूर हो जाते हैं ।” – भगवान ब्रह्माजी

(जन्माष्टमी को रात्रि-जागरण करके ध्यान, जप आदि करने का विशेष महत्त्व है ।)

८ सितम्बर : नंद महोत्सव, गोगा नवमी

१० सितम्बर : अजा एकादशी (इसका व्रत सब पापों का नाश करनेवाला इसका माहात्म्य पढ़ने और सुनने से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है ।), रविपुष्यामृत योग (शाम ५-०६ से ११ सितम्बर सूर्योदय तक)

१२ सितम्बर : भौमप्रदोष व्रत

१३ सितम्बर : मसिक शिवरात्रि, अघोरा चतुर्दशी, अहल्याबाई होल्कर पुण्यतिथि (ति.अ. )

१४ सितम्बर : दर्श अमावस्या, राष्ट्रभाषा हिन्दी दिवस

१५ सितम्बर : अमावस्या

१७ सितम्बर : श्री वराह जयंती, षडशीति-कन्या संक्रांति (पुण्यकाल : दोपहर १-४३ से सूर्यास्त तक) (इसमें किये गये ध्यान, जप व पुण्यकर्म का फल ८६ हजार गुना होता है । – पद्म पुराण)

१९ सितम्बर : श्री विनायक चतुर्थी, गणेश चतुर्थी (चन्द्र दर्शन निषिद्ध, चन्द्रास्त : रात्रि ९-१८), मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से दोपहर १-४३ तक)

२० सितम्बर : ऋषि पंचमी

२१ सितम्बर : सूर्य षष्ठी

२३ सितम्बर : राधाष्टमी, दधीचि ऋषि जयंती

२५ सितम्बर : पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी (स्मार्त)

२६ सितम्बर : पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी (भागवत), वामन जयंती

२७ सितम्बर : प्रदोष व्रत

२८ सितम्बर : अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन, पूर्णिमा

२९ सितम्बर : भाद्रपद पूर्णिमा, महालय श्राद्ध प्रारम्भ, (पूर्णिमा+प्रतिपदा का श्राद्ध), गुरु अमरदासजी पुण्यतिथि (ति. अ. )

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