राजस्थान में मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को ईडी ने भेजा समन

जयपुर (एजेंसी)। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को ED ने समन भेजा है। सीएम अशोक गहलोत ने ट्ववीट करके कहा है कि अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान के अंदर ED की रेड रोज़ इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके।
सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच एसओजी भी कर रही है। जिसकी जांच से खुलासा हुआ था कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल ने ही साठ लाख रुपए में शेरसिंह से पेपर का सौदा किया था। बाबूलाल की गिरफ्तारी से पहले एसओजी की टीम ने पेपरलीक गिरोह के मास्टरमाइंड निलंबित शिक्षक शेर सिंह उर्फ अनिल मीना को ओडिशा से गिरफ्तार किया था।
जबकि इस मामले का खुलासा उदयपुर जिला पुलिस ने किया था, जब एक निजी बस में 55 अभ्यर्थियों को लीक पेपर हल कराया जा रहा था। पुलिस सभी 55 अभ्यर्थियों के अलावा उन शिक्षकों को भी गिरफ्तार किया, जो पेपर बेच चुके। मामला सामने आने के बाद आरपीएससी ने इस पेपर को आउट मानते हुए सामान्य विज्ञान की परीक्षा निरस्त कर दोबारा करवाई थी।
आरपीएससी पेपर लीक मामले को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा इसी महीने आरपीएससी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद ईडी ने आयोग के चेयरमैन और सचिव को भी नोटिस जारी किया था।
प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुए धन के लेनदेन को लेकर प्रकरण दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा के साथ ही अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस जारी किया गया था।
उदयपुर के सेंट्रल जेल में बंद आरोपी राजीव उपाध्याय, रामगोपाल मीणा, सुरेश बिश्नोई, अनीता मीणा, आरपीएससी सदस्य कटारा के पुत्र दीपेश कटारा के बयान भी ईडी ने दर्ज किए हैं। पेपर लीक मामले ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि होने के बात भी सामने आई है। फिलहाल इस मामले को लेकर ईडी के अधिकारी जांच करने में जुटे हुए हैं।