कांग्रेस किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून करेगी लागू : शाहिद खान

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजनांदगांव लोकसभा के प्रभारी शाहिद खान ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी चेहरे को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि छग की पावन भूमि से कांग्रेस ने किसान संगठनों की मांगों को मानते हुए उनकी मंशा अनुरूप एमएसपी की गारंटी का कानून लागू करने की बात कही है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के ध्वजवाहक राहुल गांधी ने हर किसान के फसल पर स्वामीनाथन कमेटी के अनुरूप एमएसपी की गारंटी कानून की बात की है। इस कानून के तहत किसान के सिर्फ 22 फसल ही नहीं बल्कि सभी फसलों पर सरकार की इच्छा के अनुरूप नहीं बल्कि स्वामीनाथन कमेटी के अनुसार फसल की लागत का डेढ़ गुना देने का कानून की बात की है। ये सरकार का जुमला नहीं बल्कि कानून बनेगा जिस प्रकार से मनरेगा, खाद्य सुरक्षा कानून लागू हुआ है उसी तर्ज पर किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी की कानून बनेगी।
शाहिद खान ने आगे कहा की जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बैठी है तब से किसानों पर अत्याचार और अन्याय की पर्याय बन चुकी है। भाजपा तीन काले कानून लागू करने के कारण 750 किसानों ने जो अपनी शहादत दी और तो और 2022 तक किसानों का आय दुगना करने का दम भरने वाली भाजपा योजना तक नहीं बन पाई। लगातार किसानों से वादा खिलाफी करने के कारण आज देश के किसान फिर से आंदोलन की राह पकड़ लिए है। दिल्ली ही नहीं प्रत्येक राज्य के जिला मुख्यालयों में किसान संगठनों के द्वारा जो आंदोलन प्रारंभ किया जा रहा है। उसमें कांग्रेस पार्टी पूर्ण समर्थन दे रही है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने सभी कांग्रेस जनों को किसान आंदोलन का समर्थन करने एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के किसानों के लिए किए गए एमएसपी गारंटी कानून को किसानों के साथ जन-जन तक पहुंचाने का निर्देश दिया है। मोदी सरकार की नीतियों ने गरीबों के लिए तो जहां आफत पैदा कर ही दी है। वही विकास के नाम पर बड़े कॉर्पोरटो, अमीरों, माफियाओं को मुनाफा कमाने के लिए लगातार छूट दे रहे हैं। खेती की लागत सामग्री खाद ,बीज, कीटनाशक, दवा, डीजल, कृषि उपकरण आदि सभी कुछ में मनमाने रेट पर कंपनियां बेचती है। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि उपज के निश्चित कीमत की कोई गारंटी नहीं है। खेती की जमीन भी किसानों से सस्ती कीमत पर छीनकर कॉरपोरेट और बिल्डरों को देकर किसानों को कर्जदार बना रही है। आज देश के सामने सबसे बड़ा संकट कृषि क्षेत्र और ग्रामीण जीवन है क्योंकि खेती अलाभकारी दिख रही है। भाजपा ने हर हाथ को कम देने का वादा किया था लेकिन थोक में सरकारी रोजगार को भी ठेका कार्यों में बदलकर आंगनबाड़ी मध्यान भोजन मजदूर, युवाओं, योजना कर्मियों पर वज्रपात ही किया है।