SBI बैंक के डॉर्मेंट खातों से लाखों की ठगी, SBI कर्मी समेत 4 गिरफ्तार
कबीरधाम। जिले के थाना बोड़ला क्षेत्र में SBI बैंक के डॉर्मेंट खातों में संगठित ठगी के दो बड़े मामलों का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में शामिल बैंक कर्मचारियों समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रकरण 1: FIR क्रमांक 209/24
धारा: IPC 420, 409, 467, 468, 471, 34
प्रार्थी अशोक हटीला की शिकायत पर दर्ज इस मामले में बैंक कर्मचारी प्रतीक उइके ने डॉर्मेंट खाते के CIF नंबर में छेड़छाड़ कर मृतक दीपा अहिरवार के नाम से फर्जी आवेदन तैयार किया। इसके माध्यम से RBI से राशि क्लेम कर ATM कार्ड जारी करवाया गया और ₹1,46,000 की ठगी की गई।
आरोपीगण:
प्रतीक उइके
संजय प्रकाश जरीके पिता स्व. बीरसिंह जरीके
निशांत कुमार पिता अखिलेश झा
सूरज शर्मा पिता जितेंद्र शर्मा
प्रकरण 2: FIR क्रमांक 240/24
धारा: IPC 420, 409
महिला मंगली बाई के डॉर्मेंट खाते से ₹82,000 की निकासी की गई। इसके लिए मंगली बाई के नाम पर फर्जी ATM कार्ड बनवाया गया और राशि को अलग-अलग माध्यमों से निकाला गया। ₹40,000 नगद निकाले गए, ₹40,000 फूल सिंह नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर ग्रीन चैनल के माध्यम से निकाले गए।इसके अलावा, छितर सिंह के फिक्स्ड डिपॉजिट की ₹2,40,000 की राशि मंगली बाई के खाते में ट्रांसफर कर निकाली गई।
आरोपीगण:
सूरज शर्मा पिता जितेंद्र शर्मा
निशांत कुमार पिता अखिलेश झा
मुख्य आरोपी प्रतीक उइके को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा चुका है। 17 दिसंबर 2024 को आरोपी संजय प्रकाश जरीके, सूरज शर्मा, निशांत कुमार और अन्य को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
पुलिस की भूमिका
इस मामले की सफलता में पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के मार्गदर्शन में SDOP बोड़ला अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। थाना प्रभारी बोड़ला राजेश चण्ड और उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस अधीक्षक की अपील
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग कर जनता को ठगने वाले अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने बैंक खातों की नियमित जांच करें और किसी भी अनियमितता या संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।