छत्तीसगढ़

शिक्षा के आधुनिकीकरण की ओर बड़ा कदम : राज्य स्तरीय शाला क्रीड़ा प्रतियोगिता का हुआ समापन

रायपुर। जेआर दानी शासकीय कन्या उत्कृष्ट हिंदी माध्यमिक विद्यालय में सोमवार को 25वीं राज्य स्तरीय शाला क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह अत्यंत हर्ष और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस गौरवशाली अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। चार दिनों तक चले इस भव्य आयोजन ने पूरे राज्य के विद्यार्थियों की खेल प्रतिभा को एक मंच दिया, जिससे विद्यालय का प्रांगण खेल भावना और नई ऊर्जा से भर गया।

9 हज़ार स्मार्ट क्लास और 22 हज़ार कंप्यूटर लगाने की घोषणा

स्कूल शिक्षा मंत्री श्री यादव ने इस समापन समारोह में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि राज्य के स्कूलों में 9,000 स्मार्ट क्लास और 22,000 कंप्यूटर स्थापित किए जाएँगे। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक तकनीक से जोड़ना समय की मांग है, और सरकार इस दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है।

डिजिटल शिक्षा से विद्यार्थियों को लाभ

स्मार्ट क्लास के माध्यम से छात्र-छात्राएँ डिजिटल कंटेंट, ई-लर्निंग मॉड्यूल, वीडियो लेक्चर और इंटरैक्टिव (संवादात्मक) पढ़ाई का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। इससे जटिल विषयों को समझना सरल और रोचक हो जाएगा।

22,000 कंप्यूटरों की उपलब्धता से विद्यार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा, इंटरनेट से जुड़ाव और डिजिटल कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में सुधरेगा शिक्षा का स्तर

यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और वनांचल अनुसूचित क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। अब उन्हें भी शहरों जैसी आधुनिक शैक्षिक सुविधाएँ मिलेंगी। स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर की मदद से पढ़ाई में समान अवसर प्राप्त होंगे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का स्तर बेहतर होगा।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मिलेगी सहायता

स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर की उपलब्धता विद्यार्थियों को जेईई, नीट और अन्य राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होगी। ऑनलाइन टेस्ट, अभ्यास प्रश्नपत्र और अध्ययन सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सकेगी, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में वृद्धि होगी।

शिक्षकों और पूरी शिक्षा प्रणाली को भी फायदा

डिजिटल क्लासरूम से केवल छात्र ही नहीं, बल्कि शिक्षक भी लाभान्वित होंगे। वे डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके अपने विषयों को और भी प्रभावी ढंग से पढ़ा सकेंगे। ऑनलाइन संसाधनों के इस्तेमाल से अध्यापन का स्तर ऊँचा होगा और कक्षाओं में विद्यार्थियों की सहभागिता बढ़ेगी।

भविष्य की शिक्षा के लिए सशक्त पहल

गजेंद्र यादव ने कहा कि यह पहल राज्य को डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी। आने वाले समय में विद्यार्थी न केवल पढ़ाई में, बल्कि तकनीक, नवाचार और कौशल विकास में भी आगे बढ़ पाएँगे। यह कदम राज्य के शिक्षा तंत्र को आधुनिक बनाने और विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

खेलों का शानदार प्रदर्शन और रोमांच

यह चार दिवसीय प्रतियोगिता 27 सितंबर से 30 सितंबर तक आयोजित की गई थी। राज्य के सभी संभागों के विभिन्न जोनों से आए खिलाड़ियों ने हॉकी, फुटबॉल, बास्केटबॉल, सॉफ्ट टेनिस, रोलर स्केटिंग और साइक्लिंग जैसे खेलों में अपनी बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पूरे आयोजन के दौरान खिलाड़ियों का संघर्ष, अनुशासन और जीतने का ज़ज्बा दर्शकों के लिए प्रेरणास्रोत रहा। समापन समारोह में सभी खेलों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को मंच पर सम्मानित किया गया, जिससे उनका उत्साह और अधिक बढ़ गया।

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