छत्तीसगढ़

रिमांड के दौरान मां के अंतिम संस्कार में शामिल हुए अमित बघेल

रायपुर। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इस रिमांड अवधि के बीच उन्हें अपनी दिवंगत मां का अंतिम संस्कार करने के लिए उनके पैतृक गांव ले जाया गया। इस दौरान पुलिस का सख्त पहरा उनके साथ रहा।

मां की अंतिम यात्रा में उपस्थिति

मां के निधन के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अमित बघेल अपने गृह गांव पथरी पहुँचे। पुलिस बल भी उनके साथ घर तक गया। इस मौके पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए। पुलिस की कड़ी निगरानी में अमित बघेल की मां की अंतिम यात्रा निकाली गई और फिर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

पुलिस निगरानी में गाँव पहुँचना

अमित बघेल की मां का निधन 5 दिसंबर की सुबह हो गया था, और उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पथरी लाया गया था। हालांकि, देर शाम होने के कारण उस दिन अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। पुलिस देर रात अमित बघेल को लेकर उनके गांव पहुंची।

अमित बघेल की रिमांड और विवादित बयान

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं। वह 26 दिनों से फरार चल रहे थे और उनके खिलाफ 12 राज्यों में एफआईआर दर्ज थीं। 5 दिसंबर 2025 को उन्होंने रायपुर के देवेंद्र नगर थाने में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें रिमांड पर भेज दिया।

यह मामला छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस से पहले रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति टूटने की घटना से जुड़ा है। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, 20 अक्टूबर को अमित बघेल ने एक विवादित बयान दिया था।

इस बयान में अमित बघेल ने सिंधी हिंदू समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल के खिलाफ अत्यंत असंवेदनशील और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा, उन्होंने अग्रवाल समाज के संस्थापक महाराजा अग्रसेन, तथा देश के महान राष्ट्रनायकों जैसे स्वर्गीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति भी अनुचित टिप्पणियाँ की थीं।

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