
एशियाई तीरंदाजी : अंकिता और धीरज ने व्यक्तिगत स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास
ढाका (एजेंसी)। भारत के लिए गौरव का क्षण! अंकिता भकत और धीरज बोम्मादेवरा ने ढाका में आयोजित एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप की व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक हासिल किए। यह जीत शुक्रवार को दर्ज की गई।
महिला वर्ग के फाइनल में, अंकिता भकत ने दक्षिण कोरिया की नाम सुहयोन को 7-3 के स्कोर से पराजित किया। अंकिता की यह जीत इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि नाम सुहयोन पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता रही हैं। अंकिता ने इससे पहले सेमीफाइनल के रोमांचक शूट-ऑफ मुकाबले में पूर्व विश्व की नंबर 1 तीरंदाज दीपिका कुमारी को हराया था।
अंकिता का शानदार प्रदर्शन
अंकिता ने पहला सेट 29-27 से जीतकर मजबूत शुरुआत की।
दूसरा सेट 27-27 पर बराबरी पर छूटा।
तीसरा सेट नाम के पक्ष में 28-26 से गया।
चौथे सेट में भारतीय तीरंदाज ने शानदार वापसी की और दो 10 अंक लगाते हुए 29-28 से सेट जीतकर 5-3 की बढ़त बना ली।
निर्णायक सेट में भी अंकिता ने धैर्य बनाए रखा और दो 10 अंक के साथ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपना पहला एशियाई व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता।
इसी श्रेणी में, संगीता ने अनुभवी दीपिका कुमारी को शूट-ऑफ में 6-5 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।
धीरज ने पुरुष रिकर्व में दर्ज की आसान जीत
पुरुषों के फाइनल में, धीरज बोम्मादेवरा ने अपने हमवतन राहुल के खिलाफ 6-2 से आसान जीत हासिल की। धीरज ने दूसरे और चौथे सेट को जीतकर निर्णायक बढ़त बनाई, जबकि पहला और तीसरा सेट बराबरी पर समाप्त हुआ। धीरज एशियाई चैंपियनशिप में व्यक्तिगत खिताब जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बन गए हैं। 24 वर्षीय इस खिलाड़ी ने फाइनल में जगह बनाने से पहले सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया के जंग चाएवान पर जीत दर्ज की थी।
टीम का ऐतिहासिक स्वर्ण
इससे पहले, पुरुषों की रिकर्व टीम, जिसमें यशदीप भोगे, अतनु दास और राहुल शामिल थे, ने दक्षिण कोरिया की ताकतवर टीम को रोमांचक शूट-ऑफ में हराकर 18 वर्षों के अंतराल के बाद अपना पहला एशियाई चैंपियनशिप स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय टीम ने 2-4 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए कोरियाई टीम (सेओ मिंगी, किम येचन और जंग जिहो) को 5-4 से हराया। इस ऐतिहासिक जीत ने 2009 से इस प्रतियोगिता पर चले आ रहे कोरिया के दबदबे को समाप्त कर दिया।















