ज्योतिष

आज का हिन्दू पंचांग

हिन्दू पंचांग
दिनांक – 07 सितम्बर 2023
दिन – गुरुवार
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद
मास – भाद्रपद (गुजरात महाराष्ट्र में श्रावण)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अष्टमी शाम 04:14 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र – रोहिणी सुबह 10:25 तक तत्पश्चात मृगशिरा
योग – वज्र रात्रि 10:02 तक तत्पश्चात सिद्धि
राहु काल – दोपहर 02:11 से 03:45 तक
सूर्योदय – 06:24
सूर्यास्त – 06:52
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:51 से 05:38 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:15 से 01:01 तक

व्रत पर्व विवरण – श्रीकॄष्ण जन्माष्टमी (वैष्णव), दही हांडी
विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

जन्माष्टमी (वैष्णव)- 07 सितम्बर 2023

२० करोड़ एकादशी के समान व्रत

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उपवास अवश्य करना चाहिए । २० करोड़ एकादशी व्रत के समान अकेला जन्माष्टमी का व्रत है ।

जन्माष्टमी के दिन जो भोजन करते हैं उनको १०० ब्रह्महत्याओं का पाप लगता है व उनके करोड़ों जन्मों के पुण्य नष्ट हो जाते हैं ।

जो लोग जन्माष्टमी का व्रत नहीं रखते वे दूसरे जन्मों में साँप आदि वीभत्स जीव जानवरों की योनि में जंगलों में भटकते रहते हैं ।

जो इस दिन व्रत रखते हैं उनके घर में धन-धान्य, पुत्र-पौत्र, सुख-शांति का वास होता है और सत्पुरुषों का सान्निध्य-सत्संग होता है तो उन्हें सद्गति प्राप्त होती है ।

स्वादिष्ट और बलदायक केला

केला एक ऐसा विलक्षण फल है जो शारीरिक व बौद्धिक विकास के साथ उत्साहवर्धक भी है । पूजन-अर्चन आदि कार्यो में भी केले का महत्त्वपूर्ण स्थान है । केले में शर्करा, कैल्शियम, पोटैशियम, सोडियम, फोस्फोरस, प्रोटीन्स, विटामिन ए, बी, सी, डी एवं लौह, ताँबा, आयोडीन आदि तत्त्वों के साथ ऊर्जा का भरपूर खजाना है ।

लाभ – १] पका केला स्वादिष्ट, भूख बढ़ानेवाला, शीतल, पुष्टिकारक, मांस एवं वीर्यवर्धक, भूख-प्यास को मिटानेवाला तथा नेत्ररोग एवं प्रमेह में हितकर है ।

२] केला हड्डियों और दाँतों को मजबूती प्रदान करता है | छोटे बच्चों के शाररिक व बौद्धिक विकास के लिए केला अत्यंत गुणकारी है ।

३] एक पका केला रोजाना खिलाने से बच्चों का सुखा रोग मिटता है ।

४] यह शरीर व धातु की दुर्बलता दूर करता है, शरीर को स्फूर्तिवान तथा त्वचा को कांतिमय बनाता है और रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है ।

५] केला अन्न को पचाने में सहायक है । भोजन के साथ १-२ पके केले प्रतिदिन खाने से भूख बढ़ती है ।

६] खून की कमी को दूर करने तथा वजन बढ़ाने के लिए केला विशेष लाभाकरी है ।

आसान घरेलू प्रयोग

स्वप्नदोष : २ अच्छे पके केलों का गुदा खूब घोंटकर उसमें १०-१० ग्राम शुद्ध शहद व आँवले का रस मिला के सुबह-शाम कुछ दिनों तक नियमित लेने से लाभ होता है ।

प्रदर रोग – (महिलाओं की सफेद पानी पड़ने की बीमारी) : सुबह-शाम एक-एक खूब पका केला १० ग्राम गाय के घी के साथ खाने से करीब एक सप्ताह में ही लाभ होता है ।

शीघ्रपतन : एक केले के साथ १० ग्राम शुद्ध शहद लगातार कम-से-कम १५ दिन तक सेवन करें | शीघ्रपतन के रोगियों के लिए यह रामबाण प्रयोग माना जाता है ।

आमाशय व्रण (अल्सर) : पके केले खाने और भोजन में दूध व भात लेने से अल्सर में लाभ होता है ।

उपरोक्त सभी प्रयोगों में अच्छे-से पके चित्तीदार केले धीरे-धीरे, खूब चबाते हुए खाने चाहिए । इससे केले आसानी से पच जाते है, अन्यथा पचने में भारी भी पड सकते हैं । अधिक केले खाने से अजीर्ण हो सकता है । केले के साथ इलायची खाने से वह शीघ्र पच जाता है । अदरक भी केला पचाने में सहायता करता है ।

सावधानियाँ – केला भोजन के समय या बाद में खाना उचित है । मंदाग्नि, गुर्दों से संबधित बीमारियों, कफजन्य व्याधियों से पीड़ित व मोटे व्यक्तियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए । केले को छिलका हटाने के बाद तुरुंत खा लेना चाहिए केले, अन्य फल व सब्जियों को फ्रिज में रखने से उनके पौष्टिक तत्त्व नष्ट होते हैं ।

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