आज का हिन्दू पंचांग

हिन्दू पंचांग
दिनांक – 26 दिसम्बर 2023
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत् – 2080
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शिशिर
मास – मार्गशीर्ष
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पूर्णिमा 27 दिसम्बर प्रातः 06:02 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र – मृगशिरा रात्रि 10:21 तक तत्पश्चात आर्द्रा
योग – शुक्ल 27 दिसम्बर प्रातः 03:22 तक तत्पश्चात ब्रह्म
राहु काल – दोपहर 03:21 से 04:41 तक
सूर्योदय – 07:18
सूर्यास्त – 06:02
दिशा शूल – उत्तर
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:32 से 06:25 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:14 से 01:07 तक
व्रत पर्व विवरण – मार्गशीर्ष पूर्णिमा, श्री दत्तात्रेय जयंती, जोरमेला (पंजाब)
विशेष – पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
भारतीय संस्कृति के प्रतीकों के पीछे है गजब का विज्ञान
घंटा या घंटी : किसी मंदिर में जाते हैं तो घंटनाद करते हैं । घंटनाद से जो तरंगें पैदा होती हैं वे हमारे मस्तिष्क के विचारों की श्रृंखला में एक प्रकार की रोक लगा देती हैं । व्यक्ति जब घंटा बजाता है तब उसके हाथ ऊपर होते हैं, इससे मन व प्राण ऊपर के केन्द्रों में आ जाते हैं ।
कुछ वर्ष पहले लंदन के बकिंघम में वैज्ञानिकों ने ७ महीने अनुसंधान किया और घोषणा की कि ‘घंटनाद से तपेदिक रोग दूर होता है । अशांति मिटती है व हानिकारक जीवाणु नष्ट होते हैं ।’
तुलसी के औषधीय प्रयोग
आधासीसी : तुलसी पत्ते व काली मिर्च पीसकर उनका रस निकाल लें । एक-एक बूँद रस नाक में डालने से आधासीसी में लाभ होता है ।
कान के रोग : तुलसी की पत्तियों को ज्यादा मात्रा में लेकर सरसों के तेल में पकायें । पत्तियाँ जल जाने पर तेल उतार कर छान लें । ठंडा होने पर इस तेल की 1-2 बूँदें कान में डालने से कान के रोग में लाभ होता है ।
खाँसी : आधा चम्मच तुलसी रस में आधा चम्मच अदरक रस व 1 चम्मच शहद मिलाकर चाटने से खाँसी में लाभ होता है ।
तुलसी व अडूसे के पत्तों का रस बराबर मात्रा में मिलाकर लेने से पुरानी खाँसी में लाभ होता है ।
वातव्याधि : 10-15 तुलसी के पत्ते, 1 या 2 काली मिर्च व 10-15 ग्राम गाय का घी मिलाकर खाने से वातव्याधि में लाभ होता है ।
वीर्यरक्षण हेतु : तुलसी बीज का एक चुटकी चूर्ण रात को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट लेने से वीर्यरक्षण में बहुत-बहुत मदद मिलती है ।
ज्वर (बुखार) : 15-20 तुलसी पत्ते और 4-5 काली मिर्च का काढ़ा पीने से ज्वर का शमन होता है ।
दाद : तुलसी पत्तों का रस और नींबू का रस समभाग मिलाकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है ।
वज़न घटाने के लिए : 1 गिलास गुनगुने पानी में 1 नींबू व 25 तुलसी पत्तों का रस व 1 चम्मच शहद मिलाकर सप्ताह में 2-3 दिन सुबह खाली पेट लें । रविवार के दिन न लें ।
सौंदर्य : तुलसी और नींबू का रस समभाग मिलाकर सुबह शाम चेहरे पर घिसने से काले दाग दूर होते हैं और सुंदरता बढ़ती है ।
बाल झड़ना व सफेद बाल : तुलसी पत्ते व आँवला चूर्ण रात को पानी में भिगोकर रख दीजिए । प्रातःकाल उसे छानकर उसी पानी से सिर धोने से सफेद बाल भी काले हो जाते हैं तथा बालों का झड़ना रुक जाता है ।
नौकरी-धंधे की समस्या दूर करने हेतु
शनिवार एवं मंगलवार को पीपल के पेड़ में दूध, पानी व गुड़ मिलाकर चढ़ायें और प्रार्थना करें कि ‘भगवान ! आपने गीता में कहा है, ‘वृक्षों में पीपल मैं हूँ ।’ तो हमने आपके चरणों में अर्ध्य अर्पण किया है, इसे स्वीकार करें । मेरी नौकरी-धंधे की जो समस्या है वह दूर हो जाय ।’