आज का हिन्दू पंचांग
हिन्दू पंचांग
दिनांक – 08 जुलाई 2023
दिन – शनिवार
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – श्रावण (गुजरात, महाराष्ट्र में आषाढ़)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – षष्ठी रात्रि 09:51 तक तत्पश्चात सप्तमी
नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद रात्रि 08:36 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
योग – सौभाग्य शाम 05:23 तक तत्पश्चात शोभन
राहु काल – सुबह 09:22 से 11:04 तक
सूर्योदय – 06:00
सूर्यास्त – 07:29
दिशा शूल – पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:36 से 05:18 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:24 से 01:06 तक
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
दिशा विवेक
पूजा आरती पश्चिम में है तो खुशियाँ दबेंगी । दक्षिण में है तो बिमारी आयेगी ।
तुम्हारी पूजा की दिशा पूर्व या उत्तर में हो तो स्थिति उन्नत होगी । पूजा की दिशा उत्तर में है तो अध्यात्मिक उन्नति होगी, पूर्व में है तो लौकिक उन्नति होगी । गुरूमंत्र है तो दोनों में आध्यात्मिक और लौकिक उन्नति होगी । तो देख लेना की आरती की दिशा, पूजा करते तो आपकी दिशा पश्चिम की तरफ तो नहीं, होगी तो बदल देना सत्संग से कैसा ज्ञान मिलता है ।
सोते समय पश्चिम में सिर रहेगा तो चिंता पीछा नहीं छोड़ेगी उत्तर में सिर करते हैं तो बिमारी पीछ नहीं छोड़ेगी सोते समय सिराना पूरब की तरफ अथवा दक्षिण की तरफ हो ।
विद्यार्थी कमजोर हो तो..
जो बच्चे पढ़ने में कमजोर रहते हो न उन बच्चो कच्चा दूध हो उसमें मिश्री पाऊडर मिला दे या शहद मिला दें, अच्छी तरह से घोल दें । उससे बच्चे जाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें, वो शिवजी पर चढ़ाए, फिर जल चढ़ाएँ, बेल-पत्र रख दें, दिया जला दें । थोड़ी देर उधर बैठ के जप करें । तो वो बच्चे पढ़ने में बड़े होशियार, प्रतिभावान होंगे ।
शनिवार के दिन विशेष प्रयोग
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण)
हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)
आर्थिक कष्ट निवारण हेतु
एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।