आज का हिन्दू पंचांग
हिन्दू पंचांग
दिनांक – 24 जुलाई 2023
दिन – सोमवार
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – अधिक श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – षष्ठी दोपहर 01:42 तक तत्पश्चात सप्तमी
नक्षत्र – हस्त रात्रि 10:12 तक तत्पश्चात चित्रा
योग – शिव दोपहर 02:52 तक तत्पश्चात सिद्ध
राहु काल – सुबह 07:47 से 09:26 तक
सूर्योदय – 06:07
सूर्यास्त – 07:27
दिशा शूल – पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:41 से 05:24 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:25 से 01:08 तक
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
बदन दर्द के सचोट उपाय
(१) २५-३० मि.ली. सरसों के तेल में लहसुन की छिली हुई चार कलियाँ व आधा चम्मच अजवायन डाल के धीमी आँच पर पकायें । लहसुन और अजवायन काली पड़ने पर तेल उतार लें, थोड़ा ठंडा होने पर छान लें । इस गुनगुने तेल की मालिश करने से वायु प्रकोप से होनेवाले बदन दर्द में राहत मिलती है ।
(२) १०० ग्राम सरसों के तेल में ५ ग्राम कपूर डालें और शीशी को बंद करके धूप में रख दें । तेल में कपूर अच्छी तरह से घुलने पर इसका उपयोग कर सकते हैं । इसकी मालिश से वातविकार तथा नसों, पीठ, कमर, कूल्हे व मांसपेशियों के दर्द आदि में लाभ होता है । माताएँ छाती पर यह तेल न लगायें, इससे दूध आना बंद हो जाता है ।
सिर व बालों की समस्याओं से बचने हेतु
सर्वांगासन ठीक ढंग से करते रहने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं, झड़ना बंद हो जाता है और बाल जल्दी सफेद नहीं होते, काले, चमकीले और सुंदर बन जाते हैं । आँवले का रस कभी-कभी बालों की जड़ों में लगाने से उनका झड़ना बंद हो जाता है ।
युवावस्था से ही दोनों समय भोजन करने के बाद वज्रासन में बैठकर दो-तीन मिनट तक लकड़ी की कंघी सिर में घुमाने से बाल जल्दी सफेद नहीं होते तथा बात और मस्तिष्क की पीड़ा संबंधी रोग नहीं होते । सिरदर्द दूर होकर मस्तिष्क बलवान बनता है । बालों का जल्दी गिरना, सिर की खुजली व गर्मी आदि रोग दूर होने में सहायता मिलती है । गोझरण अर्क में पानी मिलाकर बालों को मलने से वे मुलायम, पवित्र, रेशम जैसे हो जाते हैं। घरेलू उपाय सात्त्विक, सचोट और सस्ते हैं बाजारू चीजों से ।
सोमवार विशेष
कार्यों में सफलता-प्राप्ति हेतु
जो व्यक्ति बार-बार प्रयत्नों के बावजूद सफलता प्राप्त न कर पा रहा हो अथवा सफलता-प्राप्ति के प्रति पूर्णतया निराश हो चुका हो, उसे प्रत्येक सोमवार को पीपल वृक्ष के नीचे सायंकाल के समय एक दीपक जला के उस वृक्ष की ५ परिक्रमा करनी चाहिए । इस प्रयोग को कुछ ही दिनों तक सम्पन्न करनेवाले को उसके कार्यों में धीरे-धीरे सफलता प्राप्त होने लगती है ।
सोमवार को बाल कटवाने से शिवभक्ति की हानि होती है ।
सोमवार को तथा दोपहर के बाद बिल्वपत्र न तोड़ें ।
इससे आपला मन लगने लगेगा
यदि दूकान अथवा व्यवसाय-स्थल पर आपका मन नहीं लगता है तो इसके लिए आप जिस स्थान पर बैठते हैं वहाँ थोड़ा-सा कपूर जलायें, अपनी पसंद के पुष्प रखें और स्वस्तिक या ॐकार को अपलक नेत्रों से देखते हुए कम-से-कम ५ – ७ बार ॐकार का दीर्घ उच्चारण करें ।
अपने पीछे दीवार पर ऊपर ऐसा चित्र लगायें जिसमें प्राकृतिक सौंदर्य हो, ऊँचे –ऊँचे पहाड़ हों परंतु वे नुकीले न हों और न ही उस चित्र में जल हो अथवा यथायोग्य किसी स्थान पर आत्मज्ञानी महापुरुषों, देवी-देवताओं के चित्र लगायें । इससे आपका मन लगने लगेगा ।