आज का हिन्दू पंचांग

हिन्दू पंचांग
दिनांक – 25 जुलाई 2023
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – अधिक श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – सप्तमी दोपहर 03:08 तक तत्पश्चात अष्टमी
नक्षत्र – चित्रा रात्रि 12:03 तक तत्पश्चात स्वाती
योग – सिद्ध दोपहर 03:02 तक तत्पश्चात साध्य
राहु काल – शाम 04:06 से 05:47 तक
सूर्योदय – 06:07
सूर्यास्त – 07:25
दिशा शूल – उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:42 से 05:24 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:25 से 01:08 तक
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
ग्रहबाधा दूर करने का उपाय
शनि, राहू-केतु आदि ग्रहों के दोष-निवारण के लिए प्रत्येक मंगलवार या शनिवार को अपने हाथ से आटे की लोई गुड़सहित प्रेमपूर्वक किसी नंदी अथवा गाय को खिलायें । कैसी भी ग्रहबाधा हो, दूर हो जायेगी ।
ब्राह्ममुहूर्त में सोये पड़े रहने के दुष्परिणाम
जो सूर्योदय से पूर्व नहीं उठता, उसके स्वभाव में तमस छा जाता है । जीवन की शक्तियाँ ह्रास होने का और स्वप्नदोष व पानी पड़ने की तकलीफ होने का समय प्रायः रात्रि के अंतिम प्रहर में होता है । अतः प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए, जिससे शरीर में रज-वीर्य का ऊर्ध्वगमन हो, बुद्धि प्रखर हो तथा रोगप्रतिकारक शक्ति सुरक्षित रहे ।
स्वास्थ्यवर्धक चोकरयुक्त आटा
प्राय: लोग खाना बनाते समय आटे को छानकर चोकर फेंक देते हैं लेकिन उन्हें यह पता नहीं कि चोकर फेंककर उन्होंने आटे के सारे रेशे (फाईबर्स) फेंक दिये हैं । चोकर स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है । चोकर के संबंध में शोध कर रहे वैज्ञानिक ने पाया कि चोकर रक्त में इम्यूनो-ग्लोब्यूलीन्स की मात्रा बढ़ाता हैं, जिससे शरीर की रोगप्रतिकारक क्षमता बढ़ती है । इससे रोगप्रतिकारक शक्ति की कमी के कारण उत्पन्न होनेवाले कई कष्टदायक रोग जैसे क्षय (टी.बी.), दमा आदि भी दूर रहते हैं ।
चोकरयुक्त आटा खाने के लाभ
१] गेंहूँ का चोकर कब्ज हटाने में रामबाण का काम करता है । इसके प्रयोग से आँतो में चिपका हुआ मल साफ़ होता है, गैस नहीं बनती, आँते सुरक्षित व पेट मुलायम रहता है ।
२] चोकर आमाशय के घावों को ठीक करता हैं ।
३] रक्तवसा (कोलेस्ट्रोल) को संतुलित करके ह्रदयरोग से भी रक्षा करता है ।
४] आंत्रपुच्छशोध (अपेंडिसाइटिस), अर्श (बवासीर) तथा भंगदर से बचाता है । बड़ी आँत एवं मलाशय कैंसर से भी रक्षा होती है ।
५] मोटापा घटाने तथा मधुमेह निवारण में भी अचूक कार्य करता है ।
अत: अति लाभकारी चोकरयुक्त आटे का ही प्रयोग करें, भूलकर भी इसे न फेंके ।
सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए
तुलसी की अथवा गाय की ९ बार प्रदक्षिणा करने से व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है… ऐसे ही ओंकार जप से सकारात्मक ऊर्जा के साथ भगवत प्रीति भी बढ़ती है तुलसी और गौ का आभा मंडल ३ मीटर की दूरी तक फैला होता है वैज्ञानिक लेमों मूर्ति ने कहा है कि गौ, तुलसी, पीपल, सफेद आंकड़ा, गोबर ये घनात्मक ऊर्जा देते हैं ।