बस्तर ओलंपिक : दंतेवाड़ा के खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन, एथलेटिक्स में 4 स्वर्ण सहित 15 पदक जीते

रायपुर। बस्तर संभाग स्तर पर आयोजित बस्तर ओलंपिक 2025 में दंतेवाड़ा जिले के खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए कई स्पर्धाओं में कुल 15 पदक अपने नाम किए। यह शानदार उपलब्धि कबड्डी, वॉलीबॉल, फुटबॉल, हॉकी, खो-खो, कराटे और बैडमिंटन सहित विभिन्न खेलों में हासिल हुई है।
एथलेटिक्स में चमके दंतेवाड़ा के सितारे
दंतेवाड़ा के खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स में विशेष रूप से प्रभावित किया और 4 स्वर्ण पदक (प्रथम स्थान) जीते।
रानू भोगामी ने महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में अपनी लगन और बेहतरीन तकनीक का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। वह एकलव्य खेल परिसर, जावंगा (गीदम) में प्रशिक्षित एथलीट हैं, जिन्होंने रेस के दौरान उत्कृष्ट गति और धैर्य का परिचय दिया।
फेंक प्रतियोगिताओं में भी दंतेवाड़ा का दबदबा रहा। पांडु राम ने भाला फेंक में पहला स्थान हासिल किया, जबकि अनुसूर्या ने एक अन्य फेंक स्पर्धा में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
370 खिलाड़ियों ने किया जिले का प्रतिनिधित्व
इस वर्ष, दंतेवाड़ा जिले से संभाग स्तरीय प्रतियोगिताओं में कुल 370 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिनमें 184 महिला और 186 पुरुष खिलाड़ी शामिल थे। यह बड़ी भागीदारी जिले में खेल के प्रति उत्साह और मजबूत खेल ढांचे को दर्शाती है।
विभिन्न खेलों में उल्लेखनीय सफलताएँ
खिलाड़ियों ने कई टीम और व्यक्तिगत खेलों में महत्वपूर्ण सफलताएँ अर्जित की हैं:
वॉलीबॉल: महिला सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान।
कबड्डी: महिला सीनियर वर्ग में द्वितीय स्थान।
हॉकी: जूनियर महिला वर्ग में तृतीय स्थान।
रस्साकसी: टीम ने तृतीय स्थान हासिल किया।
बैडमिंटन:
जूनियर महिला डबल में प्रथम स्थान।
जूनियर पुरुष एकल में द्वितीय स्थान।
सीनियर पुरुष एकल में द्वितीय स्थान।
ये उपलब्धियाँ दर्शाती हैं कि दंतेवाड़ा के युवा खिलाड़ी विभिन्न खेल विधाओं में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और उच्च-स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा करने की पूरी क्षमता रखते हैं।
जिला प्रशासन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ-साथ प्रशिक्षकों ने सभी विजेता खिलाड़ियों और प्रतिभागियों को उनकी शानदार सफलता के लिए बधाई दी है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। बस्तर ओलंपिक का मुख्य लक्ष्य स्थानीय खेल प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना और खेल के माध्यम से युवाओं के सम्पूर्ण विकास को बढ़ावा देना है, जिसमें दंतेवाड़ा जिला निरंतर सराहनीय कार्य कर रहा है।
















