पूर्व नौकरशाहों के पत्र पर भड़के भूपेश बघेल: “सरकार से सवाल करने की हिम्मत क्यों नहीं?”

रायपुर। कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने राहुल गांधी से प्रश्न पूछने वाले 272 सेवानिवृत्त नौकरशाहों के समूह पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे सरकार से प्रश्न करें।
बघेल ने सवाल उठाते हुए कहा कि विदेश सेवा के अधिकारी सरकार से पूछें कि भारत की वर्तमान विदेश नीति किस दिशा में है और देश विश्व पटल पर कहाँ खड़ा है। इसी तरह, उन्हें आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर सवाल करना चाहिए कि दिल्ली में विस्फोट क्यों हुआ?
उन्होंने आरोप लगाया कि इन 272 लोगों में सरकार से सवाल पूछने की हिम्मत नहीं है, इसलिए वे विपक्ष से सवाल कर रहे हैं क्योंकि यह उनके अनुकूल है।
वोट चोरी का मुद्दा और हस्ताक्षर अभियान
भूपेश बघेल ने आगे ‘वोट चोरी’ के मुद्दे को देशव्यापी बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने इस विषय को एक नहीं, बल्कि कई बार जनता के सामने उठाया है। चाहे वह कर्नाटक का मामला हो या हरियाणा का, वह लगातार इन मामलों को उजागर कर रहे हैं।
इसी संदर्भ में उन्होंने बताया कि पंजाब से लगभग 27 लाख लोगों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन लाए गए हैं, जिन्हें पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल जी को सौंप दिया गया है।
राहुल गांधी के आरोपों पर खुला पत्र
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा ‘वोट चोरी’ और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने के आरोपों के खिलाफ आवाज़ें उठने लगी हैं।
दरअसल, 272 प्रतिष्ठित नागरिकों ने एक खुला पत्र लिखकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को बदनाम करने के प्रयासों की कड़ी निंदा की है। इस समूह में 16 पूर्व न्यायाधीश, 14 राजदूतों सहित 123 सेवानिवृत्त नौकरशाह और 133 सेवानिवृत्त सशस्त्र बल अधिकारी शामिल हैं।
















