बोर्ड परीक्षा का बदल गया पैटर्न : ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की बढ़ी संख्या, जानिए मार्किंग कैसे होगी

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों के स्वरूप में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। यह संशोधन छात्रों को भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने के उद्देश्य से किया गया है। नए पैटर्न में बहु-विकल्पीय (Objective) प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी गई है।
क्यों बदला गया प्रश्न पत्र का स्वरूप?
माशिमं का कहना है कि प्रश्न पत्र का नया स्वरूप छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के अनुकूल बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बोर्ड सचिव पुष्पा साहू के अनुसार, अब प्रश्न पत्र में बहु-विकल्पीय प्रश्नों का अनुपात पहले से अधिक होगा।
प्रश्न पत्र को छात्रों की विभिन्न मानसिक क्षमताओं के परीक्षण के लिए विभाजित किया गया है, जिसका प्रतिशत भार इस प्रकार है:
ज्ञानात्मक: 20%
अवबोधात्मक : 25%
अनुप्रयोगात्मक : 25%
विश्लेषणात्मक : 10%
मूल्यांकन : 10%
रचनात्मक: 10%
इस नए ढाँचे के तहत, एक अंक वाले ऑब्जेक्टिव सवालों की संख्या बढ़कर 15 कर दी गई है।
प्रश्न पत्र में अन्य प्रमुख बदलाव
लघु उत्तरीय प्रश्न:
लघु उत्तरीय-1: इसमें दो अंकों के तीन प्रश्न शामिल होंगे।
लघु उत्तरीय-2: इस खंड में तीन प्रश्न होंगे, जिनका कुल भार 18 अंक होगा।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न:
दीर्घ उत्तरीय-1: इस वर्ग में 5-5 अंकों के चार प्रश्न शामिल होंगे, जिससे कुल 20 अंक बनेंगे।
दीर्घ उत्तरीय-2: इस श्रेणी में 5 अंकों के दो प्रश्न शामिल किए गए हैं।
अति दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: इस क्रम में एक अकेला प्रश्न रहेगा, जिसके लिए 6 अंक निर्धारित किए गए हैं।
नए पैटर्न का मुख्य उद्देश्य
नए प्रश्न पत्र पैटर्न का लक्ष्य छात्रों की विश्लेषण क्षमता (Analytical ability), तर्कशक्ति (Reasoning power), और अवधारणात्मक समझ (Conceptual clarity) को मज़बूत करना है। इससे छात्रों को न केवल बोर्ड परीक्षा में सफलता मिलेगी, बल्कि यह उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी सीधा लाभ पहुँचाएगा।
















