अमेरिकी दर संबंधी चिंताएं कम होने से वैश्विक शेयरों में आई तेजी
मुंबई (एजेंसी)। भारतीय शेयर मंगलवार यानी 10 अक्टूबर को बढ़त के साथ खुले, जिससे अमेरिकी दर संबंधी चिंताएं कम होने से वैश्विक शेयरों में तेजी आई, जबकि इजराइल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच सैन्य संघर्ष ने रिस्क सेटिमेंट पर असर जारी रखा।
NSE Nifty 50 इंडेक्स सुबह 9:15 बजे 0.33 प्रतिशत बढ़कर 19,577.20 पर था, और S&P BSE Sensex 0.41 प्रतिशत बढ़कर 65,771.46 पर पहुंच गया।
ओवरनाइट, भले ही इजराइल-हमास युद्ध ने महंगाई दर और ब्याज दर की चिंताओं को भी बढ़ा दिया हो, लेकिन अमेरिकी बाजार घाटे से उबरता हुआ दिखा। S&P 500 इंडेक्स और Dow Jones में 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि नैस्डैक में 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
एशियाई बाजारों में आज सुबह जापान का निक्केई (Nikkei ) 2 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया था। ऑस्ट्रेलियाई इंडेक्सों में 1 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई, जबकि Kospi और Straits Times ने भी 1 प्रतिशत से ज्यादा की छलांग लगाई थी।
ब्रेंट क्रूड को 88 डॉलर मार्क के आसपास मजबूत होते देखा गया।
गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स की शुरुआत 19,630 के आसपास देखी गई, जो NSE बेंचमार्क पर 50 अंकों की संभावित शुरुआती बढ़त का संकेत देता है।
इस बीच आज के कुछ टॉप स्टॉक्स जिन पर फोकस रखना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है-
Adani Ports: CLSA ने सोमवार को 5 फीसदी की गिरावट के बाद स्टॉक पर अपनी खरीद रेटिंग बरकरार रखी है। इजराइल में कंपनी के हाइफा पोर्ट ने वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में 3 प्रतिशत वॉल्यूम का कॉन्ट्रीब्यूशन किया। CNBC-TV18 की रिपोर्ट के अनुसार, CLSA ने कहा कि कंपनी को बेस केस/सबसे खराब स्थिति के तहत 4/6 साल के भुगतान की उम्मीद है, साथ ही यह भी कहा कि युद्ध और भी बेहतर खरीदारी का अवसर प्रेजेंट करता है।
Dr Reddy’s: कैंसर की दवा रेवलिमिड (Revlimid) की बिक्री को लेकर अमेरिका में दायर एक शिकायत में कंपनी की एक स्टेप-डाउन सब्सिडियरी कंपनी को प्रतिवादी (defendant) के रूप में नामित किया गया है। मामले में आरोप लगाया गया कि कंपनी और अन्य फार्मा कंपनियों ने प्रतिस्पर्धा पर अनुचित तरीके से लगाम लगाई और रेवलिमिड की बिक्री में साझा एकाधिकार बनाए रखा।
Mazagon Dock: कंपनी ने 10 बहुउद्देश्यीय हाइब्रिड पावर जहाजों के लिए एक यूरोपीय ग्राहक के साथ आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
कैसा रहा कल का बाजार
ग्लोबल मार्केट से मिले कमजोर रुझानों के बीच इजराइल-हमास संघर्ष के कारण पश्चिम एशिया में अचानक तनाव बढ़ा, जिसकी वजह से हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव दिखा और घरेलू बाजार लाल निशान पर बंद हुए। दोनों फ्रंटलाइन इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई। पिछले दिन के कारोबार में BSE सेंसेक्स (Sensex) 483 अंक कमजोर हुआ। वहीं, निफ्टी (Nifty) में भी 157 अंकों की गिरावट देखी गई। व्यापक बाजारों में, BSE मिडकैप सूचकांक 1.2 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 1.5 प्रतिशत गिरा।