छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : प्रवर्तन निदेशालय ने सौम्या चौरसिया को किया गिरफ्तार

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 3200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस मामले में राज्य की वरिष्ठ अधिकारी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार, ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजकर बुलाया था, लेकिन लंबी पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर जांच एजेंसी ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय अनियमितताओं का आरोप
ताजा घटनाक्रम के मुताबिक, सौम्या चौरसिया पर शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के गंभीर आरोप हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान मिले तथ्यों और दस्तावेजों से उनके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। ईडी अब इस बात की गहराई से तफ्तीश कर रही है कि भ्रष्टाचार का यह पैसा किन-किन माध्यमों से और कहाँ भेजा गया। इसी सिलसिले में उन्हें आज न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
घोटाले का दायरा 3200 करोड़ के पार
राज्य में वर्ष 2018 से 2023 के बीच हुए इस कथित घोटाले ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा दाखिल चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है कि इस घोटाले की कुल राशि 2174 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है। नवीनतम जांच के अनुसार, यह आंकड़ा अब 3200 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।
मामले के मुख्य बिंदु:
अवैध बिक्री: जांच के अनुसार, लगभग 61 लाख अवैध शराब की पेटियां बेचकर राजस्व को भारी नुकसान पहुँचाया गया।
संपत्ति की खरीद: चार्जशीट में बताया गया है कि घोटाले से अर्जित काली कमाई का उपयोग कर आरोपी अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्तियां और जमीनें खरीदीं।
गिरफ्तारी का सिलसिला: इस मामले में सौम्या चौरसिया के अलावा अन्य संदिग्धों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है, जिससे आने वाले समय में कुछ और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
















