शिविर में बुजुर्ग प्रेमलाल और कचरू राम को किया गया आयुष्मान वय वंदना कार्ड प्रदान

बालोद। सुशासन तिहार 2025 के तहत आयोजित हो रहा समाधान शिविर, जन-जन तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान का एक सशक्त माध्यम बन गया है। आज बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम भाठागांव बी में आयोजित समाधान शिविर ने एक बार फिर सुशासन की मिसाल पेश की। इस शिविर में बुजुर्ग प्रेमलाल और कचरू राम, को आयुष्मान वय वंदना कार्ड प्रदान किया गया, जिससे उनके जीवन में स्वास्थ्य सुरक्षा की नई उम्मीद जगी है।
आयुष्मान वय वंदना योजना 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए एक क्रांतिकारी पहल है, जिसके तहत पात्र हितग्राहियों को सरकारी और पंजीकृत निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है। इस योजना के लिए आधार-आधारित पंजीयन अनिवार्य है, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सुगम बनती है। बालोद जिले में इस योजना के तहत अब तक हजारों बुजुर्गों को लाभ मिल चुका है, और भाठागांव बी के इस शिविर ने इस दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। समाधान शिविर में आयुष्मान वय वंदना कार्ड मिलने पर बुजुर्ग प्रेमलाल ने बताया कि वे लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे, यह कार्ड मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं। अब मैं बिना आर्थिक चिंता के अच्छे अस्पताल में इलाज करा सकूंगा। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी को दिल से धन्यवाद देता हूं। इसी प्रकार बुजुर्ग कचरू राम ने भावुक होकर कहा कि, हमारे जैसे बुजुर्गों के लिए सरकार ने इतना सोचा, यह गर्व की बात है। सुशासन तिहार ने हमारी आवाज को सुना और हमें यह सुविधा दी है। सुशासन तिहार के अंतर्गत समाधान शिविरों में आयुष्मान वय वंदना कार्ड के वितरण ने यह साबित किया कि सरकार हर वर्ग, विशेष रूप से समाज के कमजोर तबकों, जैसे बुजुर्गों, की जरूरतों के प्रति संवेदनशील है। भाठागांव बी के इस समाधान शिविर ने न केवल प्रेमलाल और कचरू राम जैसे बुजुर्गों के चेहरों पर मुस्कान लाई, बल्कि यह भी दिखाया कि सुशासन तिहार छत्तीसगढ़ में जनसेवा का नया अध्याय लिख रहा है। यह अभियान न केवल योजनाओं का लाभ पहुंचाने तक सीमित है, बल्कि यह ग्रामीणों के बीच विश्वास और उम्मीद की किरण भी जगा रहा है।