छत्तीसगढ़

भूपेश बघेल बेल पर, उनके कई करीबी जेल में : भाजपा

रायपुर। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार  विनोद वर्मा के यहां ईडी के छापे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हर दिन भ्रष्टाचार के नए मामले सामने आ रहे हैं। भूपेश बघेल बेल पर हैं। उनके कई करीबी जेल में हैं। उनकी डिप्टी सेक्रेटरी भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं तो पहले ही सीडी कांड में भूपेश बघेल के साथ जेल में रहे विनोद वर्मा के यहां अब भ्रष्टाचार का इनपुट मिलने पर ईडी ने दबिश दी है। ईडी पुख्ता छानबीन के बाद ही छापा मारती है ताकि साक्ष्य हासिल किए जा सकें। अब तक ईडी ने जहां भी कार्यवाही की है, वहां इतने ठोस सबूत मिले हैं कि आरोपियों को जमानत नहीं मिल रही। मुख्यमंत्री सचिवालय के साथ ही मुख्यमंत्री के कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा भी इसी फेहरिस्त में शामिल हो रहे हैं तो भ्रष्टाचार के तार सीधे मुख्यमंत्री से जुड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता कह रही है कि अब तो ये स्पष्ट है, भूपेश सरकार भ्रष्ट है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस दिन से भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार काबिज हुई है, उसी दिन से छत्तीसगढ़ भ्रष्टाचारियों की गिरफ्त में है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां घपले, घोटाले, कमीशनखोरी, अवैध वसूली न हुई हो। रेत घोटाला, कोल परिवहन घोटाला, शराब घोटाला, राशन घोटाला, पीएससी घोटाला, व्यापमं घोटाला, परीक्षा घोटाला, भर्ती घोटाला, ट्रांसफर पोस्टिंग घोटाला, गोबर घोटाला, गोठान घोटाला, हर तरह के घोटाले भूपेश बघेल सरकार की पहचान बनकर सामने आए हैं।

उन्होंने कहा कि सीडी कांड में जमानत पर छूटा आरोपी मुख्यमंत्री बन जाता है और सह अभियुक्त मुख्यमंत्री का राजनीतिक सलाहकार बन जाता है। विनोद वर्मा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को शायद भ्रष्टाचार के गुर सिखाने के लिए ही सलाहकार रखे गए हैं। अन्यथा ऐसे  मुख्यमंत्री को राजनीतिक सलाहकार की क्या जरूरत है, जो छलकपट की राजनीति का मास्टर है और पांच साल से  छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का चारागाह बनाये हुए हो।

नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा कि जैसे ही मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार के यहां ईडी की पड़ताल की खबर मिली, वैसे ही कांग्रेस का संचार तंत्र भ्रष्टाचार के समर्थन में उतर गया। इन्हें यह भी शर्म नहीं है कि इनके दो विधायकों के खिलाफ भी अभी अभी चालान पेश हुआ है। जब छापेमारी में साक्ष्य मिलते हैं तब ही तो अभियोग पत्र तैयार होता है, जिसे अदालत में पेश किया जाता है। कांग्रेस छत्तीसगढ़ में लूट की छूट चाहती है। सारे कर्म सामने हैं लेकिन कांग्रेस हर बार भ्रष्टाचारियों के समर्थन में आगे आती है। कांग्रेस भ्रष्टाचार का नरवा है, भ्रष्टाचार का घुरवा  है, छत्तीसगढ़ को गाय समझकर दुह रही है लेकिन याद रखे कि अब उसका छत्तीसगढ़ में अंत सुनिश्चित है।

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