भूपेश सरकार चाहती है कि युवा नशे की गिरफ्त से बाहर न हों : लक्ष्मी वर्मा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी वर्मा ने कहा है कि आज का युवा नशे में पूरी तरह डूब चुका है। शनिवार को आधी रात जोरा, तेलीबांधा के पास नेशनल हाईवे पर नशे में धुत्त युवक–युवतियों के बीच हुई जमकर झड़प की घटना से जाहिर है कि पूरे प्रदेश में नशे का जाल फैला हुआ है और प्रदेश में 24 घंटे नशा उपलब्ध है। ऐसी ही एक घटना रायगढ़ की भी है। आज रायगढ़ में भी नशे के इंजेक्शन जप्त हुए हैं छत्तीसगढ़ में शराब के साथ-साथ सूखा नशा भी अपना पैर पसार रहा है युवाओं को अपने शिकंजे में ले चुका है।श्रीमती वर्मा ने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार आखिर चाहती क्या है?
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की बहन बेटियां समझ नहीं पा रही हैं! अवैध शराब सरकार के संरक्षण में बिक रही है। मुख्यमंत्री के खास मेयर के भाई अनवर और ढिल्लन की याचिका को आज कोर्ट ने खारिज किया है। इससे स्पष्ट है कि ईडी ने पुख्ता प्रमाण दिया है कि छत्तीसगढ़ में अवैध शराब बेची जा रही है, जिससे यहां की जनता परेशान है। इन लोगों ने कोरोना काल में भी शराब को घर-घर पहुंचाने का काम किया है। भूपेश सरकार ने पूरी संजीदगी के साथ छत्तीसगढ़ की मातृशक्ति को हाथ में गंगाजल लेकर विश्वास दिलाया था कि सरकार में आएंगे तो शराब बंद कराएंगे, लेकिन सत्ता मिलते सरकार अपने वादे से मुकर गई। इतना ही नहीं, सरकार में आने के बाद शराब के साथ अन्य नशे का कारोबार सरकार के संरक्षण में चलाया जा रहा है ताकि यहां के युवा नशे की गिरफ्त से बाहर न हों और उनको जो रोजगार देने का वादा किया है, वह न देना पड़े। शहर से लेकर गांव तक चारों ओर व्यापक पैमाने पर नशे का गोरखधंधा चल रहा है। अवैध शराब का कारोबार गाँव-गाँव में फल-फूल रहा है। सिमगा के एक ढाबे में अवैध शराब बनाकर पैकिंग कर उसे सरकारी शराब दुकानों में बेचा जा रहा था। क्या ये सरकार के संज्ञान में नहीं था? कहीं-न-कहीं इस प्रकार सरकार के द्वारा अवैध शराब को वैध शराब के साथ 800 दुकानों पर बेचा जा रहा है। इस तरह 2,000 करोड़ रुपए का जो सरकार ने घोटाला किया है, वह आम जनता के सामने है।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल बहुरुपिया चरित्र के नेता हैं और ऐसा नेता कांग्रेस में ही हो सकता है। भूपेश ने सदन में आरक्षण देने का दिखावा करते हुए कहा था कि इसका आधार क्वांटिफिएबल डाटा आयोग की रिपोर्ट है, भाजपा भी चाहती थी कि वंचित वर्ग को उसका अधिकार मिले इसलिए उसने सदन में आरक्षण का समर्थन किया परंतु भूपेश बघेल नहीं चाहते हैं कि आरक्षण मिले इसलिए उन्होंने आरक्षण का आधार क्वांटिफिएबल डाटा आयोग की रिपोर्ट उन्होंने प्रस्तुत नहीं की और आज जातिगत जनगणना का राग अलाप रहे हैं ।
इस दौरान प्रेस ब्रीफ में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी मौजूद रहे।