जनपद पंचायत ओड़गी में बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़े

सूरजपुर। सूरजपुर जिले के जनपद पंचायत ओड़गी में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के दौरान बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हो गया। कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति और मंत्री प्रतिनिधि ठाकुर राजवाड़े ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बाहरी राज्यों से गुंडे बुलाकर हमला करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी पर सत्ता के दुरुपयोग और झूठे आरोप लगाने का पलटवार किया।
झड़प के पीछे क्या था कारण?
गुरुवार को ओड़गी जनपद कार्यालय में निर्वाचन प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान बीजेपी नेता ठाकुर राजवाड़े ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाहरी राज्यों से गुंडों को बुलाकर बीजेपी कार्यकर्ताओं से धक्का-मुक्की की और विवाद की स्थिति पैदा की। इस घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी फैल गई।
कांग्रेस का पलटवार: ‘भाजपा सत्ता के नशे में चूर’
पूर्व विधायक और संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने कहा कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और कांग्रेस पर झूठे आरोप मढ़ रही है। उन्होंने कहा, “हमने किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं बुलाया, बल्कि बीजेपी नेता ही प्रशासन का दबाव बनाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने भी दस साल विधायक रहते हुए शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखा था।”
वहीं, विवाद बढ़ने पर मौके पर पहुंचे एसडीओपी ने स्थिति को नियंत्रित कर हालात सामान्य करने की बात कही।
भाजपा समर्थित प्रत्याशी की जीत
विवादों और गहमागहमी के बीच जनपद ओड़गी में भाजपा समर्थित इंद्रमणि पैकरा को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए हुए कड़े मुकाबले में कांग्रेस की सुधा तिवारी ने चार मतों से जीत दर्ज की।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा ने कहा, “पहली बार ओड़गी में निष्पक्ष वोटिंग हुई है। पहले यहां वोटिंग का नाम मात्र था, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। कोई भी डरा-धमका कर चुनाव नहीं जीत सकता।”
इस चुनावी संघर्ष ने सूरजपुर की राजनीति में हलचल मचा दी है। दोनों दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, जिससे इलाके का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। हालांकि, प्रशासन की तत्परता से स्थिति नियंत्रण में रही और चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई।