रायपुर । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारियों के दृष्टिगत बुधवार देर रात तक सीटवार समीक्षा की और बेहतर कार्ययोजना के साथ प्रदेश में सरकार बनाने का फार्मूला दिया। करीब तीन घंटे चली बैठक में प्रदेश स्तर के चुनिंदा 12 नेता थे।
शाह के आंतरिक सर्वे में 34 विधानसभा सीट पर भाजपा को निश्चित जीत मिल रही है, जबकि 14 सीट पर पार्टी जीत के करीब है। आठ विधायकों का टिकट कटना तय हो गया है, जबकि पांच सांसदों को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार किया गया है।
शाह ने साफ-साफ कहा कि गुटबाजी सहन नहीं की जाएगी, इसलिए सभी वरिष्ठ नेता प्रदेश संगठन के साथ मिलकर काम करें और जी जान लगाएं। यहां 90 सीटों में से भाजपा के 13 ही विधायक हैं। परंतु शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि बाजी पलटने के लिए जी जान लगाना है।
बैठक में शामिल भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अमित शाह ने दृढ़विश्वास के साथ कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार बनेगी। कांग्रेस की ओर से उठाए जा रहे मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर शाह ने स्पष्ट किया कि इससे विचलित होने की जरूरत नहीं है। हर संभाग में अलग-अलग प्रभावी नेताओं को अगुवा बनाकर चुनाव लड़ा जाएगा। स्थानीय स्तर के मुद्दे को चुनावी मुद्दा बनाना है। शाह अपने साथ बस्तर, सरगुजा, रायगढ़, दुर्ग के कई मुद्दे भी लेकर आए थे, जिस पर भविष्य में बड़े कार्यक्रम तय होंगे।
शाह बोले-लड़ोगे तो जीतोगे, जीतोगे तभी कुछ मिलेगा
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो अमित शाह ने साफ-साफ कहा कि आपसी गुटबाजी और लड़ाई को छोडक़र चुनाव जीतने के लिए जुटें। चुनाव जीतने के लिए विपक्षी दल से लडऩा होगा। लड़ेंगे तो जीतेंगे, जीतने पर ही कुछ मिलेगा। बड़े नेताओं के आपसी फासले की रिपोर्ट शाह के पास थी। यही कारण है कि उन्होंने कहा कि स्थानीय नेता तय करें कि सरकार बनानी है या नहीं। आपस में लडऩे की बजाए जीत के लिए लड़ो। सिफारिश से कोई टिकट नहीं मिलेगा।
पांच संभाग में कहां से शाह को जीत की उम्मीद
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो शाह के सर्वे में बस्तर संभाग से चार सीट पर जीत की उम्मीद है। सरगुजा संभाग के सिंहदेव फैक्टर के बावजूद उम्मीद की जा रही है कि यहां से छह सीट पर पार्टी के उम्मीदवार की जीत हो सकती है। भूपेश सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव को कुछ दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।