ज्ञान और सिविक सेंस इन दो स्तंभों पर ही एक मजबूत और प्रगतिशील राष्ट्र का निर्माण संभव : सांसद बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर। एक सभ्य और सुसंस्कृत समाज के निर्माण में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। ज्ञान और सिविक सेंस इन दो स्तंभों पर ही एक मजबूत और प्रगतिशील राष्ट्र का निर्माण संभव है। यह बात रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शुक्रवार को राजधानी स्थित अंजनेय विश्वविद्यालय में 3 दिवसीय सिविक यूथ कॉन्क्लेव में कही। उन्होंने ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, ज्ञान युवाओं को सशक्त बनाता है। शिक्षा और ज्ञान के माध्यम से वे अपने आसपास की दुनिया को समझते हैं, महत्वपूर्ण मुद्दों पर राय बनाते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित होते हैं। ज्ञानवान युवा न केवल बेहतर नागरिक बनते हैं, बल्कि वे देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। जबकि सामाजिक भावना हमको जिम्मेदार नागरिक बनाती है। इसमें हम अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता लाने के साथ ही सामाजिक न्याय, समानता और कानून के शासन का सम्मान करना सीखते है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान जिसमे सभी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सिविक सेंस न केवल हम अपने हितों के लिए, बल्कि समाज के समग्र हित के लिए भी काम करते हैं। इससे सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाते हैं और एक बेहतर समाज के निर्माण में योगदान करते हैं।
विशेष अतिथि जस्टिस गौतम चौरडिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं से समाज और राष्ट्र हित में ईमानदारी से काम करने की सलाह दी। सिविक यूथ कॉन्क्लेव में देश भर से आए सैकड़ों युवा शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम में विशेष अंजनेय विश्वद्यालय के चांसलर अभिषेक अग्रवाल, वाइस चांसलर टी रामाराव, सिविक यूथ कॉन्क्लेव के सचिव आर्यन सिन्हा, डीजी अहसान राजा उपस्थित रहे।