तोंगपाल में सीएम साय का भव्य स्वागत, 16 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शुक्रवार को सुकमा जिले के तोंगपाल में आयोजित समाधान शिविर में पहुंचे, जहां उन्हें अपने बीच पाकर आमजन में उत्साह की लहर दौड़ गई। पारंपरिक नृत्य और उत्सव के माहौल के बीच मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। जनसैलाब ने यह स्पष्ट कर दिया कि शासन की पहुंच अब सुदूर अंचलों तक हो रही है और आम जनता इसे महसूस कर रही है।
16.25 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण
शिविर में मुख्यमंत्री ने 16 करोड़ 25 लाख रुपए से अधिक की लागत वाले कई विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें खास तौर पर सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण शामिल है, जिससे क्षेत्रीय संपर्क और आधारभूत सुविधाएं मजबूत होंगी। प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:
कुकानार से बढ़ाईपारा (4.80 किमी) – ₹4.03 करोड़
चिंतलनार से किस्टारम (4.50 किमी) – ₹1.52 करोड़
बुरकापाल से तोकनपल्ली (3.86 किमी) – ₹1.24 करोड़
मुकरम से तोंगपल्ली (5 किमी) – ₹1.24 करोड़
गादीरास से मानकापाल (12 किमी सड़क + 13 पुल-पुलिया) – ₹6.86 करोड़
सुकमा-दंतेवाड़ा मार्ग से कासरगुड़ा (2 किमी) – ₹1.34 करोड़
शिविर में योजनाओं पर संवाद और समाधान
समाधान शिविर के दौरान मुख्यमंत्री ने आमजनों से सीधे संवाद किया और सरकारी योजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया और अधिकारियों को शिविर में मिले आवेदनों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए।
शिविर सुशासन तिहार का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुँचाना और जनता की समस्याओं का स्थल पर ही समाधान करना है।
जनता ने जताया आभार, सीधा जुड़ाव बना विश्वास की मिसाल
लोगों ने समाधान शिविर में अपनी समस्याओं का मौके पर समाधान पाकर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। आदिवासी समुदाय और ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा और नृत्य के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत कर अपनी खुशी ज़ाहिर की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव डॉ. बसव राजू एस, सुकमा कलेक्टर देवेश ध्रुव, पुलिस अधीक्षक किरण चौहान, जनप्रतिनिधियों और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में यह शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह दौरा न सिर्फ विकास की सौगात लेकर आया, बल्कि शासन और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित कर भरोसे की नई बुनियाद भी रख गया। तोंगपाल में उमड़े जनसैलाब ने साफ कर दिया कि शासन की नीतियों को अब ज़मीन पर समर्थन और सराहना मिल रही है।