जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता जरूरी : राज्यपाल डेका
दुर्ग। राज्यपाल रमेन डेका ने जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर देते हुए पर्यावरण संर्वधन के लिए सभी से एक पेड़ लगाने का आह्वान किया है। राज्यपाल डेका बुधवार को लोक निर्माण विभाग के सभाकक्ष में आयोजित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में उक्त आशय के विचार व्यक्त किया।
राज्यपाल ने जिले में विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के अलावा सामाजिक हितों के लिए जिले में किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली। राज्यपाल डेका ने कहा कि सरकार की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सुनिश्चित किया जाता है। कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से इसका लाभ जन-जन तक पहुंचता है। उन्होंने अधिकारियों को दायित्वों का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की भावना से करने कहा। राज्यपाल डेका ने अधिकारियों से एजेण्डावार 20 विषयों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही इस पर प्रशासनिक अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किया।
कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिले में जल संरक्षण एवं जागरूकता, वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती, स्वच्छता एवं जीवनशैली, बेहतर जीवन के लिए योग, टी.बी. उन्मूलन, लिंग अनुपात एवं बालिका शिक्षा, अनाथ बाल श्रम शिक्षा, एकीकृत पुस्तकालय, सामाजिक एवं नैतिक विकास, राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक विरासत, असहाय एवं परित्यक्त वरिष्ठ नागरिक, भिखारियों का पुनर्वास, एसएचजी आजीविका, नशा-मुक्ति एवं दुरुपयोग मुक्त नशा, सहकारिता संवर्धन, आदिवासी एवं वनवासी विकास, यातायात नियमों के प्रति जागरूकता एवं प्रवर्तन, रेड क्रॉस सोसायटी की उपलब्धियों के संबंध में पॉवर पांइट प्रेसेन्टेशन के माध्यम से महामहिम को अवगत कराया। कलेक्टर ने राज्य सरकार द्वारा सामाजिक हितों पर किए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी के साथ जिले की विकासात्मक गतिविधियों से भी अवगत कराया।
बैठक में संभागायुक्त एस.एन. राठौर, पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला, वनमंडलाधिकारी चंद्रशेखर परदेशी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।