नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलती है कांग्रेस : राहुल गांधी

कवर्धा। दो ही तरीके की सरकार होती है। एक सरकार होती है जो देश और प्रदेश के सबसे अमीर लोगों के लिए काम करती है और दूसरी सरकार होती है जो किसानों, युवाओं, मजदूरों, छोटे व्यापारियों, बेरोजगारों के लिए काम करती है। तीसरी कोई सरकार नहीं होती है। आपको निर्णय लेना है कि आप कौन सी सरकार चाहते हैं। यह बात सांसद राहुल गांधी ने रविवार को कवर्धा में आयोजित जनसभा में कही।
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग नफरत फैलाते हैं, एक धर्म को दूसरे धर्म से और जातियों को आपस में लड़ाती है। जबकि कांग्रेस नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलती है।
उन्होंने कहा कि कमल का बटन दबाएंगे तो अडानी की सरकार बनेगी खदान चली जाएगी, उपज का सही दाम नहीं मिलेगा, एयरपोर्ट और पोर्ट सब उठाकर ले जाएंगे, आपकी जमीन छीनकर ले जाएंगे। कांग्रेस का बटन दबाएंगे तो किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों के भले के लिए काम शुरू हो जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि छोटे व्यापारियों को जीएसटी से कोई फायदा नहीं हुआ। जीएसटी से अडानी को फायदा हुआ। नोटबंदी, जीएसटी, किसान बिल मोदी सारी की सारी योजनाएं गरीबों को चोट पहुंचाती हैं और अडानी जैसे लोगों को फायदा पहुंचाती हैं।
15 लाख रुपये आए क्या…
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी ने वादा किया था कि आपके बैंक खाते में 15 लाख रुपये आएंगे, कालाधन आएगा। आपके खाते में 15 लाख तो नहीं आए लेकिन दो-तीन अरबपति हैं उनके बैंक खाते में 15 लाख करोड़ रुपये चले गए। नरेंद्र मोदी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। नरेंद्र मोदी ने 14 लाख करोड़ रुपये हिंदुस्तान के चार-पांच अरबपतियों के माफ कर दिए।
हमने पूरा किया वादा
सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हमने भी आपसे पिछले चुनाव में कर्जमाफी का वादा किया था, जिसे पूरा किया। पूरा छत्तीसगढ़ जानता है कि मोदी ने झूठ बोला और हमने सच बोला है। हम किसानों के दिल की आवाज सुन लेते हैं, आज धान का दाम 2640 रुपये है। आने वाले समय में किसानों के कहे बिना 3000 रुपये में धान खरीदी की जाएगी। इस बार भी कांग्रेस की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट मीटिंग में फिर किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।
प्रदेश का पैसा गांवों में खर्च हो
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी और अरबपतियों को पैसा देते हैं, जिससे वो विदेश में घर, हवाई जहाज खरीदते हैं। हम किसान मजदूर को पैसा देते हैं, जिसे वो अपने गांव में खर्च करते हैं। इससे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को गति मिलती है। किसान, मजदूर, छोटा व्यापारी इस देश को चलता है इसीलिए हम आपका कर्ज माफ करते हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने आज किसानों और मजदूरों के साथ खेत में काम किया और उनसे बात की। किसानों ने बताया कि ऐसी सरकार हमने पहले कभी नहीं देखी। मजदूरों ने 7 हजार रुपये को बढ़ाने की मांग की। हमने पांच मिनट में निर्णय ले लिया कि अब मजदूरों को मिलने वाले सालाना 7 हजार रुपये को बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया जाएगा।
राहुल गांधी ने कहा कि सबसे मशहूर फाइनेंशियल अखबार ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी ने अडानी की मदद की है। अडानी के पास विदेश में 20 हजार करोड़ रुपये कहा से आया, इसका कोई जवाब मोदी जी के पास नहीं है। यह पैसा आपका था। जीएसटी के रूप में लाखों करोड़ रुपये देने के बाद भी आम लोगों का कर्जा माफ नहीं होता, लेकिन मोदी जी 14 लाख करोड़ रुपये कर्ज अडानी जैसे लोगों का माफ कर देते हैं। श्री गांधी ने कहा कि यह देश किसानों का है, मजदूरों का है। मोदी जी जितना पैसा अडानी को देंगे, उतना पैसा हम आपको देकर आपकी मदद करेंगे।
मोदी बताएं, जाति जनगणना से क्यों डरते हैं
गांधी ने कहा, देश को 90 अफसर चलाते हैं, जो केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिवालय में काम करते हैं। हिंदुस्तान का बजट 45 लाख करोड़ रुपये है, जिसका बंटवारा यही 90 अफसर करते हैं। लेकिन इनमें से सिर्फ 3 ओबीसी समुदाय से और 3 आदिवासी हैं। जबकि देश की आबादी में ओबीसी 50 फीसदी, दलित 15 फीसदी और 12-14 फीसदी आदिवासी हैं। नरेंद्र मोदी हर जगह ओबीसी की सरकार होने का दावा करते हैं, लेकिन वह यह नहीं बताते कि ओबीसी की भागीदारी कितनी है। हकीकत यह है मोदी ओबीसी की नहीं अडानी की सरकार चलते हैं। वो जाति जनगणना कराने से डरते हैं इसीलिए वह इसकी बात नहीं करते हैं। जैसे की कांग्रेस की सरकार केंद्र में आएगी जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक किए जाएंगे।