
न्युज डेस्क (एजेंसी)। देव दिवाली वाराणसी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध त्यौहार है। इसी तिथि को भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध कर देवतों को इस राक्षस के आतंक एवं भय से मुक्त किया था। इसी विजय की खुशी में, देवलोक से सभी देवी-देव गण पवित्र वाराणसी नगरी में इस उत्सव को मानने हेतु पधारते हैं।
इसलिए आगंतुक देवी-देवों के सम्मान में कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को काशी में बहुत साज-सज्जा की जाती है, तथा गंगा घाटों एवं मंदिरों को सजाकर वहाँ दीपक जला कर दीपावली मनाई जाती है। इसी कारण यह त्यौहार जान मानस के बीच देव-दिवाली के नाम से प्रसिद्ध है। हिंदू धर्म में दिवाली की तरह देव दीपावली का भी महत्व है। देव दिवाली का यह पर्व दीपावली के ठीक 15 दिन बाद मनाया जाता है। देव दीपावली की रात गंगा घाट का नजारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।