खाद की किल्लत से नाराज़ किसानों ने NH-43 किया जाम, उग्र आंदोलन की चेतावनी

सरगुजा। सरगुजा जिले के बतौली ब्लॉक में सोमवार को खाद की कमी से नाराज़ सैकड़ों किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 43 (NH-43) को जाम कर दिया। सेदम सहकारी समिति में खाद नहीं मिलने पर गुस्साए किसानों ने नारेबाजी करते हुए तत्काल खाद वितरण की मांग की। घंटों तक चले इस विरोध के कारण हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।
एक महीने से खाली हाथ लौट रहे किसान
किसानों का कहना है कि वे पिछले एक महीने से खाद के लिए सोसायटी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक एक भी बोरी खाद नहीं मिली। सोमवार को जब 11 ग्रामों से किसान सुबह 6 बजे से लाइन में लगे और फिर भी खाद नहीं मिला, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द खाद नहीं मिला, तो वे सहकारी समिति का उग्र घेराव करेंगे।
समिति प्रबंधक के आश्वासन के बाद खुला जाम
जाम की सूचना मिलते ही सेदम समिति के प्रबंधक मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर किसानों को आश्वासन दिया कि सभी को खाद वितरित किया जाएगा। प्रबंधक ने बताया कि फिलहाल 1925 बोरी यूरिया, 600 बोरी इफको, 357 बोरी सुपर फॉस्फेट और 600 बोरी पोटाश स्टॉक में है। उन्होंने कहा कि खाद की अतिरिक्त मांग उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।
किसानों की चेतावनी
किसानों ने स्पष्ट कहा है कि यदि अगले कुछ दिनों में पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिली तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। उनका कहना है कि खेती का समय बीत रहा है और बुआई का काम खाद के बिना अधूरा पड़ा है।
प्रशासन और समिति की जिम्मेदारी
यह मामला एक बार फिर उजागर करता है कि कैसे सहकारी समितियों में सुव्यवस्था के अभाव में किसान बेहाल हैं। यदि समय रहते स्थिति नहीं सुधरी तो आने वाले दिनों में प्रशासन को और भी भारी विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
जमीनी हकीकत यह है कि खेत सूखे हैं और किसान खाद के लिए सड़क पर हैं। अब देखना यह है कि व्यवस्था किसानों के पक्ष में कब खड़ी होती है।