मुंबई। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने प्रतिष्ठित ठाकुर एजुकेशन ग्रुप के छात्रों के लिए ‘जीएसटी – उपलब्धियां, चुनौतियां और आगे का रास्ता’ विषय पर एक बेहद सफल और ज्ञानवर्धक सेमिनार का नेतृत्व किया। यह आकर्षक कार्यक्रम ठाकुर ग्लोबल बिजनेस स्कूल (टीजीबीएस) और ठाकुर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च (टीआईएमएसआर), परिसर में हुआ।
भारत का विशाल कर सुधार, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), जो अपने कार्यान्वयन के बाद से परिवर्तनकारी परिवर्तनों के लिए उत्प्रेरक रहा है, इस जुलाई में छह साल की उल्लेखनीय प्रगति का जश्न मना रहा है। इस मील के पत्थर को मनाने के लिए, प्रतिष्ठित ठाकुर प्रबंधन संस्थान परिसर में एक प्रतिष्ठित सेमिनार का आयोजन किया गया। विशिष्ट वक्ताओं में डॉ. राजेश कुमार वर्मा, आयुक्त सीजीएसटी और सीईएक्स ऑडिट, ठाणे, शामिल थे। कमलेश कुमार गुप्ता, अतिरिक्त आयुक्त सीजीएसटी और सीईएक्स ऑडिट, ठाणे, और दरिभा लिंडेम, संयुक्त आयुक्त सीजीएसटी और सीईएक्स ऑडिट, ठाणे, सीजीएसटी विभाग के अन्य सम्मानित अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। सम्मानित वक्ताओं ने अपने ज्ञान के भंडार के साथ जीएसटी की अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, भारत की अप्रत्यक्ष कर संरचना में क्रांति लाने, प्रणाली को सुव्यवस्थित करने और केंद्र और राज्यों दोनों के लिए कर राजस्व बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथियों का ठाकुर एजुकेशन ग्रुप की मुख्य वित्तीय अधिकारी ग्रीना करानी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने शिक्षण संस्थानों में जीएसटी पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की वित्त मंत्रालय की सक्रिय पहल की हार्दिक सराहना की। करणी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि और विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए जीएसटी के सफल कार्यान्वयन की सराहना की। सेमिनार में ठाकुर प्रबंधन संस्थानों के छात्रों, संकाय सदस्यों और उद्योग प्रतिनिधियों की उपस्थिति देखी गई, जिससे ज्ञान साझा करने और सहयोग के माहौल को बढ़ावा मिला।