
बिलाईगढ़। बिलाईगढ़ ईलाका के देवसागर में स्थित मां हिंगलाज माता की मंदिर में आज चैत्र पूर्णिमा को भव्य मेले का आयोजन किया गया हैं। जहाँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता की दर्शन के लिए पहुँचे। यह मेला मंगलवार रात धन्नाहीन से ही शुरू हो गया है।
भटगांव जमींदार के वंशज राजशाही परिवार देवसागर के बाड़ा से बाजे गाजे के साथ देवसागर का भ्रमण करते देवसागर के मंदिर पहुँचे, जहाँ पुष्पेंद्र प्रताप सिंह और उनके परिवार के सभी सदस्यों द्वारा हिंगलाज माता की विधिवत पूजा अर्चना कर माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया। आगे उनके द्वारा माँ के चरणों में चढ़ाई हल्दी को माँ का आशिर्वाद स्वरूप श्रद्धालुओं को छिंटा दिया गया। इसी हल्दी की छींटा से मातृत्व सुख की प्राप्ति होती हैं।
बतादें मां हिंगलाज देवी भटगांव जमींदार परिवार की कुल देवी हैं जिसकी ख्याति-प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली हैं। चैत्र पूर्णिमा यानी आज के दिन जमींदार के छठवें वंशज गोद पुत्र पुष्पेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा ही देवी मां की प्रथम पूजा अर्चना की जाती हैं। जिसके बाद ही देशभर से आए श्रद्धालु माता की दर्शन करते हैं।
यह भी बताया जाता हैं की हिंगलाज माता की मंदिर दूसरे मंदिर की तरह पूर्ण बन्द मंदिर नहीं हैं। इसके पीछे भी एक अनोखी कहानी हैं। पुष्पेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि एक बार इनके पीढ़ी के द्वारा मन्दिर बनाने की सोंची और देवी माँ के स्थल पर मन्दिर बनाना शुरू किया, जैसे ही रात हुई देवी मां एक स्वप्न दिया और कहाकि मुझें खुले में ही रहने दो तांकि मुझे मेरे सारे भक्तगण आसानी से देख सके। तब से मंदिर नहीं बनाया गया, आज तक देवी माँ कोसम पेड़ के ही नीचे स्थित हैं।