मेडिकल कॉलेज की जूनियर रेसीडेंस महिला चिकित्सक की हृदयघात से मौत
राजनांदगांव। जिले के मेडिकल कॉलेज की जूनियर रेसीडेंस महिला चिकित्सक की हृदयघात से मौत हो गई। बताया जाता है कि 29 वर्षीय मृतक युवा महिला चिकित्सक केज्युअल्टी में पदस्थ थी और पीजी कोर्स के लिए उसका चयन हुआ था।
जानकारी के अनुसार, राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज की जूनियर रेसीडेंस महिला चिकित्सक की सोमवार को हृदयघात से असामायिक मौत हो गई। महिला चिकित्सक रोज की तरह ड्यूटी के लिए घर से मेडिकल कॉलेज जाने की तैयारी में थी। इसी दौरान उसे सीने में दर्द हुआ और कुछ मिनट में ही वह घर के सामने गिर पड़ी। मेडिकल कॉलेज में पहुंचने से पहले महिला चिकित्सक ने दम तोड़ दिया
डॉ प्रवीण जेठानी ने बताया कि परिजनों के द्वारा जूनियर डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था। तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। मृतिका भाविका ठाकुर शहर के गौरीनगर की रहने वाली थी। भाविका ने एमबीबीएस स्थानीय मेडिकल कॉलेज से ही किया था। हाल ही में उसका पीजी कोर्स के लिए भी चयन हुआ था। एमबीबीएस की डिग्री लेने के पश्चात वह मेडिकल कॉलेज में ही संविदा में कार्यरत थी।
दिल के दौरे के सबसे आम लक्षण हैं:
- सीने में दर्द – आपकी छाती में दबाव या जकड़न जो आपके जबड़े, गर्दन या बाएं हाथ तक फैल सकती है
- अचानक चक्कर आना , बेहोशी , सिर हल्का होना या चिंता महसूस होना
- मतली या उलटी
- अपच की भावना
- पसीना आना, या ठंडा पसीना आना
- पीला दिखना
- सांस लेने में तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई
- घबराहट (अपने दिल की धड़कन का एहसास होना)
- सीने में दर्द आ-जा सकता है।
महिलाओं में दिल के दौरे के लक्षण
महिलाओं को विभिन्न लक्षण अनुभव हो सकते हैं, जैसे:
- सांस फूलना और सामान्य रूप से अस्वस्थ महसूस होना
- आपकी बाहों में जकड़न या बेचैनी
- सीने में दर्द जो जलन, धड़कन, जकड़न या फंसी हुई हवा जैसा महसूस होता है
- अपच या पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द की अनुभूति
- ऊपरी पीठ में दर्द या दबाव